वैशाली. ऐतिहासिक और पावन नगरी वैशाली नववर्ष 2026 के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है. यहां बुद्ध स्तूप, अशोक स्तंभ और अभिषेक पुष्करणी जैसे पर्यटक स्थलों पर लोग पिकनिक मनाने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने पहुंच रहे हैं. नववर्ष के जश्न को खास बनाने के लिए यहां के सभी विदेशी बौद्ध मंदिरों के साथ-साथ होटल, लॉज और रेस्टोरेंट को दुल्हन की तरह सजाया गया है. होटल व्यवसायियों द्वारा पर्यटकों के स्वागत के लिए विशेष लजीज व्यंजनों की व्यवस्था की गई है, ताकि देशी-विदेशी सैलानियों के लिए नववर्ष का उत्सव यादगार बन सके. नववर्ष के अवसर पर वैशाली के ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटक स्थलों पर काफी भीड़ उमड़ने की संभावना जताई जा रही है. देश-विदेश से पर्यटकों का आगमन शुरू हो चुका है और प्रशासन को इस बार लाखों लोगों के वैशाली पहुंचने की उम्मीद है. हर वर्ष की तरह इस बार भी पहली जनवरी को बच्चा, बूढ़ा, जवान, युवा और युवतियां बड़ी संख्या में वैशाली की पावन भूमि पर पहुंचकर नववर्ष का स्वागत करते हैं. सामान्य दिनों में भी वैशाली में प्रतिदिन देश-विदेश से पर्यटक भ्रमण के लिए आते रहते हैं. नववर्ष पर पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र राजा विशाल का गढ़, बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप, शांति स्तूप, रैलिक स्तूप, वैशाली संग्रहालय, भगवान महावीर की जन्मस्थली बासोकुंड, अशोक स्तंभ, चौमुखी महादेव मंदिर, वियतनाम मंदिर, श्रीलंका मंदिर, थाई मंदिर और जापानी मंदिर जैसे प्रमुख दर्शनीय स्थल रहते हैं. साल के आखिरी दिन भी काफी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक वैशाली पहुंचकर बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय, रैलिक स्तूप, शांति स्तूप, राजा विशाल का गढ़ सहित अन्य ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर वैशाली के गौरवशाली इतिहास से रूबरू हुए. पर्यटकों ने इन यादगार पलों को अपने कैमरों में कैद कर अपने साथ संजोकर ले गए. होटल संचालक राहुल कुमार, गौरव कुमार, सौरव कुमार, विजय कुमार और अरविंद कुमार ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी नववर्ष पर काफी भीड़ की संभावना है, जिसको लेकर होटलों में विशेष तैयारियां की गई हैं. — यदि चाहें तो मैं इसे * **और टाइट हेडिंग**, * **कटिंग साइज के अनुसार छोटा**, या * **फ्रंट/सिटी पेज स्टाइल** में भी एडिट कर सकता हूं.
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