हाजीपुर. जिले में पिछले तीन-चार दिनों से मौसम की बेरुखी के कारण खासकर गेहूं उत्पादक किसानों की नींद हराम हो गयी है. दिन में आसमान में बादल छाए रहने तथा पुरवैया हवा चलने के कारण किसान दिन-रात एक कर खेतों में फसल समेटने में लगे है. जिले में लगभग 50 फीसदी गेहूं की फसल अभी खेतों में लगी है. मौसम खराब होने के कारण किसानों को तैयार फसल बर्बाद होने की चिंता सता रही है. एक तरफ किसान लगातार गेहूं की कटनी कर रहे है वहीं, दूसरी ओर दौनी कराने के लिए कटी फसल में नमी के कारण कोई चारा नहीं चल रहा है. दो दिन पूर्व आई आंधी एवं बारिश में किसानों की तैयार एवं काटी गयी फसल भींगने के कारण परेशानी बढ़ गयी है. फसल भींगने से खराब होने की भी संभावना है. किसान देवेंद्र राय, अर्जुन सिंह, महेश सिंह, दशरथ सिंह आदि ने बताया कि इस वर्ष मौसम किसानों को दगा दे रही है. पुरवैया हवा चलने के कारण गेहूं की फसल में नमी है. इसके कारण दौनी करने में भी परेशानी हो रही है. दौनी के दौरान आग लगने की भी संभावना रहती है. वहीं, पशु चारा भी अच्छा नहीं बन पा रहा है. बताया गया कि जिले में बारिश से पहले लोगों ने हजारों एकड़ में गेहूं की फसल काट रखी थी. हालांकि खेतों में लगे फसल को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है.
भींगने के कारण गेहूं काला पड़ने की बढ़ी आशंका
किसानों ने बताया कि दो दिन पूर्व हुई बारिश से भींगे गेहूं के दाने काले पड़ने की संभावना बढ़ गयी है. दो दिनों से चल रही पुरवैया हवा तथा आसमान में बादल छाए रहने के कारण किसानों को फसल को सुखाना काफी मुश्किल हो गया है. रविवार को दिन में रुक-रुक कर धूप निकलने से किसानाें ने थोड़ी राहत की सांस ली है, लेकिन इससे उनकी परेशानी कम नहीं हुई है. वैसे किसान जिनका फसल कटनी कर खेतों में पड़े है, वे रात भर जगकर उसकी रखवाली कर रहे है. किसानों ने सरकार से बारिश के कारण नुकसान हुई फसल का आंकलन करा कर किसानों को मुआवजा देने की मांग की है.पुरवैया हवा दलहन फसल मूंग एवं सब्जी के लिए फायदेमंद
किसानों ने बताया कि पुरवैया हवा दलहन फसल मूंग, उड़द, गरमा मक्का एवं सब्जी उत्पादक किसानों को फायदा पहुंचा रहा है. पुरवैया हवा चलने से खेतों में नमी बनने के कारण मूंग की फसल का काफी तेजी से विकास हो रहा है. वहीं सब्जी के फलन में भी काफी इजाफा हो रहा है. बारिश होने के कारण जमीन में नमी होने से खासकर पशुपालकों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हो रहा है. किसान लगातार चारा फसल जनेरा, मक्का आदि की बुआई करने में जुटे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है