बिदुपुर. बिदुपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में गुरुवार से जनप्रतिनिधियों ने सीओ के विरुद्ध गुरुवार आमरण अनशन शुरू किया है. प्रखंड प्रमुख राजकुमारी देवी के नेतृत्व में मुखिया, पंचायत समिति सदस्य और अन्य जनप्रतिनिधियों ने आमरण अनशन शुरू किया है. जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि दाखिल-खारिज, परिमार्जन, जाति प्रमाण पत्र समेत अन्य कार्यों के लिए बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता. आरोप है कि डीएम से शिकायत करने के बाद सीओ ने उनके साथ सौतेला व्यवहार शुरू कर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि रिश्वत नहीं देने पर कर्मचारी, आरओ और सीओ स्तर पर फाइलें अटका दी जाती हैं या फिर रिजेक्ट कर दी जाती हैं.
जनप्रतिनिधियों ने सीओ पर आम जनता के प्रति कठोर व्यवहार और जन सरोकार के मामलों में उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया. इसी के विरोध में जनप्रतिनिधि आमरण अनशन पर बैठ गये. इस दौरान सीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी. आमरण अनशन में मुखिया अजय कुमार यादव, सुनील कुमार, शिव नारायण राय, मुखिया प्रतिनिधि ब्रज किशोर सिंह, मिलन सिंह, वीरचंद सिंह, रमन सिंह, रूपेश कुमार, ललन पासवान, राम प्रवेश राय, बटोरन पंडित, धीरज कुमार, जगत नारायण झा, रवि कुमार यादव, कवि कुमार यादव समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे.सीओ ने आरोपों को किया खारिज
सीओ करिश्मा कुमारी ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि अंचल कार्यालय का पूरा काम ऑनलाइन होता है, जिससे पूरी पारदर्शिता बनी रहती है. उन्होंने कहा कि किसी को अनावश्यक रूप से कोई कार्य रोकने का कोई अधिकार नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है