महुआ. महुआ थाना के साथ ही अनुमंडल क्षेत्र के अन्य थाना क्षेत्रों में पहले भी असामाजिक तत्वों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया है. इनमें थानाध्यक्ष समेत दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं.
अनुमंडल में पुलिस पर हुए हमले
वर्ष 2021 में महुआ थाना क्षेत्र के बदनपुर मिल्की गांव में 307 के अभियुक्त को पकड़ने गयी पुलिस पर जानलेवा हमला हुआ, जिसमें महुआ के तत्कालीन थानाध्यक्ष कृष्णानंद झा समेत पांच पुलिस कर्मी घायल हुए थे.वर्ष 2024 में महुआ थाना क्षेत्र के जलालपुर गंगटी गांव में ईटी नंबर जांच करने पहुंचे सब इंस्पेक्टर भुवनेश्वर राम के साथ असामाजिक तत्वों ने मारपीट की और पुलिस वैन को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस घटना में सब इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गये.वर्ष 2024 में गोरौल थाना क्षेत्र में एक पर्व के दौरान दो गुटों में हुई मारपीट में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था.
वर्ष 2025 में महुआ थाना क्षेत्र के सिंघाड़ा गांव में अपहरण मामले में गुप्त सूचना पर गिरफ्तारी के लिए पहुंचे काजीपुर थानाध्यक्ष रूपेश कुमार व उनकी टीम के साथ मारपीट करने का प्रयास किया गया था. लेकिन, समय रहते महुआ के तत्कालीन थानाध्यक्ष सुभाष प्रसाद ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित में कर लिया था.वर्ष 2025 में महुआ थाना क्षेत्र के मधौल गांव में सड़क जाम की सूचना पर पहुंची महिला पुलिस पदाधिकारी सब इंस्पेक्टर प्रियंका कुमारी के साथ असामाजिक तत्वों ने दुर्व्यवहार करते हुए मारपीट की और पुलिस वैन को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस घटना में सब इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये थे.वर्ष 2025 में पातेपुर में अपराध की योजना बनाने की सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष राकेश कुमार पर अपराधियों ने फायरिंग कर दी थी. इस घटना में थानाध्यक्ष बाल-बाल बच गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

