हाजीपुर. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जयंती के अवसर पर एमजेके कॉलेज बेतिया एवं जमुनी लाल कॉलेज हाजीपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय तरंग संगोष्ठी हुई. इसमें ग्रामीण-शहरी अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में ””””पूरा”””” की भूमिका और महत्त्व विषय पर जोर दिया गया. जिसकी अध्यक्षता एमजेके कॉलेज के प्राचार्य रविन्द्र कुमार चौधरी एवं जेएल कॉलेज के प्राचार्य बीरेंद्र कुमार ने किया. कार्यक्रम को बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति के मुख्य संरक्षक डॉ दिनेश चन्द्र राय एवं विशेष संरक्षक बी एस राय के आशीर्वाद से किया गया. कार्यक्रम का आरंभ जेएल कॉलेज के अंग्रेजी विभाग की प्राध्यापिका डॉ स्मृति कुमारी के स्वागत भाषण एवं अर्थशास्त्र विभाग के डॉ स्मृति सौरभ के विषय प्रवेश के साथ किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटना के प्रो एसपी सिंह ने अब्दुल कलाम के पूरा संकल्पना की प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि देश के विकास के लिए ग्रामीण भारत का विकास करना ज़रूरी है. इसके लिए पूरा मॉडल स्वंय में परिपूर्ण है. जब हम नगरों की सुख सुविधाएं गांव में उपलब्ध कराएंगे तब न केवल पलायन पर अंकुश लगेगा बल्कि रोजगार का सृजन भी होगा. सामाजिक विज्ञान के डीन एवं कॉलेज के प्राचार्य आर के चौधरी ने एपीजे कलाम के पूरा कांसेप्ट को गांधीवादी दर्शन से जोड़ते हुए देश के ग्रामीण-नगरीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए अपरिहार्य बताया. जमुनी लाल कॉलेज के प्राचार्य बीरेंद्र कुमार ने एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा की देश को विकसित भारत बनाना एवं विश्व की श्रेष्ठ महाशक्ति के रूप में देखना कलाम साहब के सपनों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कार्यक्रम के संयोजक भूगोल विभाग के सहायक प्रोफेसर नेहाल अहमद ने मंच संचालन किया जबकि राजनीति विज्ञान के डॉ रजनीश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया. इस मौके पर को-ऑर्डिनेटर डॉ अरिहंत नचिकेता, प्रो प्रीति कुमारी, डॉ श्याम किशोर, डॉ वैभव, डॉ छोटेलाल,डॉ दीपशिखा, डॉ अरुण दयाल, डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ चिरंजीवी, डॉ नीहारिका, डॉ निधि, डॉ मंजीता, डॉ सुमत, डॉ, वंदना, डॉ अमरेश, डॉ विनय, डॉ अनामिका के अलावा सैकड़ों छात्र एवं छात्राओं की सहभागिता रही.
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