हाजीपुर. गांधी सेतु पर रोज-रोज लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है. गांधी सेतु पर लगने वाले जाम से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन पिछले तीन-चार महीनों से कवायद कर रहा है, लेकिन सारी कवायदें पूरी तरह से फेल होती दिख रही है. रोज-रोज लगने वाले जाम से हजारों यात्रियों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं, जाम में जब कभी कोई एंबुलेंस फंसती है, तो एंबुलेंस में सवार मरीज व उनके परिजनों की जान अटक जाती है. लोग रोजाना घंटों जाम की परेशानी झेल रहे हैं, वहीं पुलिस-प्रशासन जाम के आगे पूरी तरह से बेबस दिख रहा है. शुक्रवार की सुबह गांधी सेतु पर भीषण जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी. जाम के दौरान रांग साइड में वाहनों को घुसा देने गांधी सेतु का दोनों लेन पूरी तरह पैक हो गया. करीब तीन-चार घंटों तक सेतु पर गाड़ियां रेंगती रहीं. इस दौरान कई एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही. बाइक चालक तो किसी तरह आगे-पीछे कर और ओवरटेक कर जाम सेतु पार कर जा रहे थे. लेकिन ऑटो, कार, बस आदि बड़े वाहन घंटों जाम में फंसे रहे. बाइक चालकों को भी गांधी सेतु पार करने में करीब डेढ़ से दो घंटे का समय लग रहा था.
शाम ढलते ही गंभीर हो जाती है जाम की समस्या
जाम की समस्या की बड़ी वजह से पटना में विभिन्न परियोजनाओं पर चल रहे निर्माण कार्य को बताया जा रहा है, लेकिन वाहन चालकों की मनमानी व पुलिस-प्रशासन की लापरवाही की वजह से लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हाजीपुर-पटना मार्ग व गांधी सेतु पर जाम की समस्या से निजात पाने के लिए कई प्वाइंटों पर पुलिस पदाधिकारी व जवानों की प्रतिनियुक्ति की गयी है, लेकिन शाम ढलते ही ये जाम की समस्या को लेकर पूरी तरह से बेफिक्र हो जाते हैं, जिसकी वजह से गलत लेन से होकर बड़ी गाड़ियां गुजरने लगती है. हद तो यह कि शाम ढलने के बाद शहर के रास्ते कौनहारा बाइपास होकर बस गुजरने लगती है, इसकी वजह से शहर में लोगों को जाम की समस्या झेलनी पड़ती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

