महनार
. एसडीओ ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महनार में स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक स्थिति जानने के लिए औचक निरीक्षण किया. इस दौरान एसडीओ नीरज कुमार ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच की. जिसमें मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में कई गंभीर कमियां सामने आयी. एसडीओ ने इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ हर्षवर्धन से इलाज की स्थिति, मरीजों की संख्या और उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली. वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अलका कुमारी से अस्पताल में व्याप्त समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की. निरीक्षण में यह सामने आया कि कर्मचारियों की भारी कमी के कारण एक ही जीएनएम को दवा वितरण, प्रसव कक्ष सहित कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभानी पड़ रही है. इसके साथ ही कई कर्मचारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाये गये, जिस पर एसडीओ ने नाराजगी जतायी. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, ईसीजी और ब्लड बैंक की मशीनें उपलब्ध हैं, लेकिन सेवाएं शुरू नहीं होने से मरीजों को निजी केंद्रों का सहारा लेना पड़ रहा है. अल्ट्रासाउंड सेवा प्रशिक्षित चिकित्सक के प्रशिक्षण में रहने के कारण बंद है. एक्स-रे मशीन पिछले तीन दिनों से खराब है, वहीं केमिकल की खराबी से रिपोर्ट स्पष्ट नहीं आ रही है. निरीक्षण में यह भी सामने आया कि फिजियोथेरेपी विभाग लंबे समय से बंद है, जबकि चिकित्सक की तैनाती मौजूद है.मरीजों को कंबल तक नहीं कराया गया उपलब्ध
इमरजेंसी में पुरुष कंपाउंडर या सहायक कर्मी नहीं होने से पुरुष मरीजों के इलाज में कठिनाई हो रही है. ठंड के मौसम में अस्पताल में भर्ती मरीजों को कंबल तक उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं. एसडीओ नीरज कुमार ने क्लर्क हितेश कुमार द्वारा संधारित जख्म प्रतिवेदन फाइलों की भी जांच की और आवश्यक निर्देश दिए. निरीक्षण के बाद एसडीओ ने स्पष्ट कहा कि मरीजों की सुविधाओं से किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एक सप्ताह के भीतर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि सुधार नहीं होने पर उच्च स्तर पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

