हाजीपुर. पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने हाजीपुर शहर की हालत बद से बदतर कर दी है. नगर के कई इलाकों में भारी जलजमाव से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. नगर परिषद की ओर से कुछ मुख्य चौक-चौराहों से पानी निकासी का प्रयास किया गया है, लेकिन अधिकांश कॉलोनियों, मोहल्लों और मुख्य सड़कों पर अब भी पानी भरा हुआ है. सबसे गंभीर स्थिति रामजीवन चौक से चौहट्टा तक देखी जा रही है. यहां लगभग तीन फुट पानी सड़कों पर बह रहा है. स्थानीय लोगों ने रास्ता बंद करने के लिए बांस का घेरा बना दिया है ताकि दुर्घटनाएं रोकी जा सकें. स्कूली बच्चों को ट्रैक्टर की मदद से सड़क पार कराया जा रहा है. शहर की गलियों और मुख्य सड़कों पर घुटना भर पानी जमा है. जगह-जगह स्थानीय लोगों ने लाल झंडा लगाकर रास्ता बंद कर दिया है क्योंकि लगातार फिसलन की वजह से बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं. हाजीपुर-महनार मुख्य मार्ग की स्थिति बाजार समिति के पास और भी भयावह है. यहां जर्जर सड़क और जलजमाव के कारण छोटे वाहन पलट रहे हैं. यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है. व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. जलजमाव की वजह से ग्राहक बाजार नहीं पहुंच पा रहे हैं. मोहल्लों में पानी घुसने से लोग घरों में कैद हो गये हैं. नगर परिषद की लचर व्यवस्था से लोग आक्रोशित हैं और जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं.
53 नंबर ढाला के नाले को किया गया और चौड़ा
लगातार बारिश से शहर में जलजमाव की समस्या को देखते हुए नगर परिषद हाजीपुर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शीघ्र पानी निकासी के लिए 53 नंबर ढाला स्थित मुख्य नाले को और चौड़ा किया गया है. इससे जलनिकासी और तेजी से होगाीऔर प्रभावित मुहल्लों एवं सड़कों से पानी तेजी से बाहर निकलेगा. नगर परिषद की सभापति डाॅ संगीता कुमारी ने नगर परिषद टीम के साथ शहर के प्रमुख जलनिकासी द्वार का निरीक्षण करने के दौरान 53 नंबर ढाले को और चौड़ा करने का निर्देश दिया था, ताकि बारिश का पानी और तेजी से शहर से निकले. इसके बाद नगर परिषद की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगलवार को मुख्य नाले की और चौड़ा किया. इस दौरान नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, सिटी मैनेजर अभय कुमार निराला समेत अन्य सभी कर्मी मौजूद रहे.
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