हाजीपुर. बकरीद को लेकर शुक्रवार को शहर समेत अन्य बाजारों में रौनक देखी गयी. देर रात तक चहल-पहल बनी रही. मुसलमान भाइयों का महत्वपूर्ण पर्व ईद-उल-अजहा आज शनिवार को मनाया जायेगा. शहर के मुस्लिम मुहल्लों में पर्व की तैयारी परवान चढ़ चुकी है. इस्लाम धर्म के लोगों का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार पूरे भारत में सात जून को मनाया जायेगा. बकरीद के नाम से जाना जाने वाला ईद-उल-अजहा का त्योहार, जिसे कुर्बानी भी कहते हैं, अल्लाह के हुक्म पर हर चीज कुर्बान कर देने का संदेश देता है. इस्लाम धर्मावलंबी बताते हैं कि मुसलमानों का वह हर करम जायज है, जो अल्लाह के हुक्म और रसूल के मुताबिक हो. कुर्बानी अल्लाह का पसंदीदा हुक्म है. हमें उस मंजर को कभी नहीं भूलना चाहिए, जब हमारे नबी इब्राहिम अलेहसलाम ने अल्लाह की रजा के लिए अपने इकलौते बेटे को कुर्बान कर देने का जतन किया था. हमें हमेशा याद रखना होगा कि हमारी संतान से लेकर संपत्ति तक, हर चीज अल्लाह की दी हुई नेमत है. वह जब भी जो मांग ले, हमें सही नीयत से उसे देने के लिए हमेशा तत्पर रहना होगा.
उपहार और दान की भी परंपरा
बकरीद के दिन उपहार और दान की भी परंपरा है और इसे महत्वपूर्ण माना गया है. इसे तीन भागों में विभाजित किया जाता है. एक हिस्सा परिवार के लिए, दूसरा रिश्तेदारों और तीसरा हिस्सा जरूरतमंदों के लिए होता है. मो शमशुल, वायजुल हक, मो फैयाजउद्दीन, शमशाद आलम, मो जमील आदि ने कहा कि यह त्योहार हमारे लिए बहुत खास होता है. क्योंकि यह पारिवारिक और सामाजिक संबंधों को मजबूती देता है. यह हमें कुर्बानी के लिए प्रेरित करता है. इधर शहर में बकरीद को लेकर काफी चहल-पहल देखी गयी. पर्व की तैयारी में खरीदारी के लिए शुक्रवार को देर शाम तक बाजार की दुकानों पर ग्राहकों का जमघट लगा रहा. पर्व को लेकर बच्चों में उत्साह है.शांति, सद्भाव व भाईचारा बनाये रखने की अपील
शहीद-ए-आजम कमेटी, वैशाली ने लोगों से बकरीद के अवसर पर शांति, सद्भाव और आपसी प्रेम व भाईचारा बनाये रखने की अपील की है. कमेटी के सचिव नसीम अहमद ने कहा कि अल्लाह की राह में मोहब्बत के साथ कुर्बानी की मिसाल पेश करने वाले पैगंबर हजरत इब्राहिम खलीलुल्लाह व उनके पुत्र हजरत इस्माइल जबीउल्लाह की याद में कुर्बानी का पर्व शनिवार को अदबो एहतेराम के साथ मनाया जायेगा. पूरे हर्षोल्लास के साथ तीनों दिन कुर्बानी की असल रस्म अदा की जायेगी. कुर्बानी के अवसर पर शनिवार की सुबह नगर की ईदगाहों, प्रमुख मस्जिदों और इबादतगाहों में अलग-अलग समय में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की जायेगी. नगर के अंदरकिला स्थित संगी मस्जिद में पहली जमात की नमाज सुबह 6:45 बजे और दूसरी जमात की 7:30 बजे होगी. वहीं जढुआ स्थित नयी ईदगाह में सुबह 6.30 बजे और पुरानी ईदगाह में सात बजे नमाज अदा की जायेगी. शहर के अक्षयवट राय स्टेडियम में सामूहिक नमाज सात बजे होगी.कहां किस वक्त होगी ईद-उल-अजहा की नमाज
अक्षयवट राय स्टेडियम- 7.00 बजेपोखरा मस्जिद- 7.15 बजेसंगी मस्जिद, अंदरकिला- 6.45 बजे (पहली जमात), 7.30 बजे (दूसरी जमात)जामा मस्जिद, मस्जिद चौक- 7.15 बजे
मदीना मस्जिद, बागमली- 7.00 बजेआशियाना मस्जिद, बागमली- 7.15 बजेजामा मस्जिद, बागमली- 7.15 बजेनूरी मस्जिद, पठानटोली- 7.30 बजेपीर डुमरिया शाह ईदगाह, मीनापुर- 7.00 बजेजढुआ पुरानी ईदगाह- 7.00 बजेजढुआ नई ईदगाह- 6.30 बजे
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