गोपालगंज / सीवान : संविधान की खूबसूरती को केंद्र की मोदी सरकार खत्म करना चाहती है. सीएए कानून नागरिकता देनेवाला नहीं, यह कानून नागरिकता छिननेवाला है. ये लोग झूठ बोलकर देश के लोगों की नागरिकता को छिनने में लगे हैं. गोपालगंज के मिंज स्टेडियम में सीएए-एनआरसी कानून के खिलाफ आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने उक्त बातें कहीं.
केंद्रीय गृह मंत्री पर साधा निशाना
मंच से केंद्रीय गृह मंत्री को ललकारते हुए कहा कि 'मैं एक साधारण आदमी हूं. मुझे 'मोटा भाई' की तरह झूठ बोलने की आदत नहीं है. यहां मौजूद लोग किसी को सीएए कानून का विरोध नहीं कर रहे. किसी को नागरिकता देने से हमें क्या आपत्ति होगी. जो सरकार छह वर्षों से भारत के लोगों के खाते में 15 लाख रुपये नहीं भेज सकी, देश में महिलाओं का बलात्कार, अत्याचार, किसानों की आत्महत्या को नहीं रोक पायी, वह क्या खाक नागरिकता देगी. सच तो यह था कि इस देश को सीएए कानून की जरूरत नहीं थी.'

29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान पहुंचेने कर कानून का विरोध करने का दिया निमंत्रण
भीड़ को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि असम में सरकार ने एनआरसी कानून के तहत वर्क कराया. वहां के 19 लाख लोगों को नागरिकता से अलग कर दिया गया. उसमें 15 लाख हिंदू ही थे. इनकी मंशा थी कि उसमें 15 लाख मुसलमान होंगे, लेकिन एनआरसी तो कागज से बना. अरे मोदी जी ये देश अमन पसंद है. तुम राम प्रसाद बिस्मिल और अताउल्ला खां के प्रेम को मत बांटो, गंगा-जमुनी तहजीब को मत तोड़ो. उन्होंने 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में पहुंचकर कानून का विरोध करने का निमंत्रण दिया.
कार्यक्रम के पश्चात महिलाओं ने किया विरोध मार्च
कन्हैया की सभा समाप्त होने के बाद महिलाओं ने शहर की सड़क पर सीएए कानून का विरोध करते सड़क पर मार्च करते हुए आंबेडकर चौक धरना स्थल पर पहुंची. इस दौरान युवाओं और महिलाओं ने पूरे उत्साह के साथ विरोध करने का संकल्प लिया. महिलाओं के सड़क पर उतरने के कारण सड़क पर घंटों जाम लगा रहा.
देशद्रोही कन्हैया गो बैक का लगा नारा
शहर के पोस्ट ऑफिस चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगर अध्यक्ष दीपक कुमार दीपू के नेतृत्व में 'देशद्रोही कन्हैया गो बैक' और सीएए के समर्थन में नारे लगाये. इससे पूर्व शहर की सड़कों पर सीएए कानून के समर्थन में प्रदर्शन कर मोदी -मोदी के नारे लगाये. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है, ऐसे लोगों को सभा करने की इजाजत मिलना ही दुर्भाग्यपूर्ण है. लोगों को सीएए के बारे में गलत जानकारी देकर उन्हें सरकार के खिलाफ उकसाने का काम किया जा रहा है.
सीएए और एनआरसी जनता को भड़काने के लिए : कन्हैया
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने सीवान के राजेंद्र स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता को भड़काने के लिए मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन और नेशनल पोपुलेशन रजिस्टर लाकर देश में अशांति फैला दी है. कन्हैया ने कहा कि केंद्र सरकार पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में सताये अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, जैन और बौद्धों को भारत की नागरिकता देने की बात कर, उस कहावत को चरितार्थ कर दिया है कि अपने बच्चों को पूछे नहीं और पड़ोसी के बच्चे को प्यार करें. कन्हैया कुमार का संबोधन मूल रूप से मोदी सरकार की नीतियों को लेकर था. उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे युवाओं के लिए रोजगार और किसानों के बेहतर जीवन अवसर उपलब्ध करा पाने में असमर्थ होने पर, लोगों का ध्यान भटकाने के लिए देश में हिंदू-मुसलमान का तर्क-वितर्क छेड़ दिया है. ताकि, लोग इसी बहस में उलझे रहें. रोजगार और अच्छे अवसरों की मांग कोई नहीं कर सके.
कन्हैया कुमार ने बीएसएनएल का उदाहरण देते हुए कहा कि इस सरकारी कंपनी का उद्धार नहीं कर इसे बेचा जा रहा है. अगर सरकार, सरकारी कंपनियों को बेच रही हैं, तो प्रधानमंत्री की नीति देशभक्त कैसे हो सकती है? देशभक्ति के सवाल पर कहा कि राष्ट्रीय झंडा तले आंदोलन कर रहे नौजवान साथियों को निराश होने की जरूरत नहीं है. नौजवानों को आत्महत्या नहीं करने की सलाह देते हुए लड़ कर मरने की सलाह दी. वहीं, दरौली विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि यदि सीएए से किसी की नागरिकता नहीं छीनी जा रही है, तो इसे सरकार वापस क्यों नहीं ले रही है.