मांझा. स्थानीय थाना क्षेत्र के गोविंदापुर गांव के 22 वर्षीय युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है कि ससुरालवालों ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने घर बुलाया और बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला.
युवक को मृत समझ यूपी के बहराइच जिले के जंगल में फेंका
मारपीट के बाद युवक को मृत समझकर उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के जंगल में फेंक दिया गया. मृतक मांझा थाना क्षेत्र के गोविंदापुर गांव के जनक मांझी का 22 वर्षीय पुत्र अक्षय राम था. उसकी शादी दो वर्ष पूर्व गोपालपुर थाना क्षेत्र सोनहुला गांव के कपूरी मांझी की पुत्री गुड़िया देवी के साथ हुई थी. पति- पत्नी खुशी से एक साथ रहते थे. इसी बीच ससुराल वालों ने 14 सितंबर को अपने दामाद अक्षय राम को पुणे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने घर सोनहुला बुला लिया. ससुराल में युवक लगभग चार-पांच दिन तक था, इसी बीच उसकी पत्नी गुड़िया देवी भी मायके चली आयी.
पुलिस ने गंभीर हालत में अस्पताल में कराया भर्ती, इलाज के दौरान मौत
इसी बीच ससुरालवालों ने युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी. पिटाई के बाद युवक को मृत समझकर उत्तर प्रदेश के बहराइच शहर के जंगल में फेंक दिया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची उत्तर प्रदेश पुलिस ने युवक को गंभीर हालत में जंगल से उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर इलाज के दौरान युवक की मौत हो गयी.
पत्नी ने पति की मौत की फोन पर दी सूचना
युवक की मौत की सूचना उसकी पत्नी ने 18 सितंबर को फोन कर अपने ससुरालवालों को दी. सूचना मिलने के बाद युवक के स्वजनों ने गोपालपुर थाने की पुलिस से संपर्क किया. लेकिन यहां पर युवक का कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के पुलिस से संपर्क किया. बाराबंकी की पुलिस ने अस्पताल से मृतक युवक के शव को स्वजनों को सौंप दिया. घटना की सूचना पर पहुंची मांझा थाना पुलिस स्वजनों का बयान दर्ज कर मामले की जांच में जुट गयी है.
युवक शव घर आते ही मचा चीत्कार
युवक का शव घर पहुंचते ही स्वजनों में चीत्कार मच गया. स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोगों की भीड़ दरवाजे पर जुट गयी. लोग सांत्वना दे रहे थे, लेकिन परिजनों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

