गोपालगंज. सदर प्रखंड की बसडीला पैक्स में धान खरीद में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आयी है. बसडीला पैक्स शहर से सटी हुई है. रामाशीष यादव दो बार अध्यक्ष रहे हैं. उनके कार्यकाल में अपने बेटा प्रिंस कुमार को पैक्स का प्रबंधक नियुक्त कर लिया.
34 किसानों के नाम से हुई धान की खरीद, 28 उठाते हैं फ्री का अनाज
राशन की दुकान भी खुद संचालित करते हैं. अध्यक्ष रहे रामाशीष यादव के नाम पर भी 63 क्विंटल, तो खुद प्रिंस कुमार के नाम पर 59 क्विंटल धान बेचा गया. इनका राशन कार्ड भी है. पैक्स ने 34 किसानों के नाम पर धान खरीदा है. इसमें 28 लोग फ्री का अनाज उठाते हैं. उनके ही राशन दुकान से अनाज लेने वालों ने जमींदार बनकर 38 क्विंटल से लेकर 68-70 क्विंटल धान बेचा है. लोगों का आरोप है कि अगर लाखों का धान बेचने वाले लोग फ्री का राशन उठा रहे हैं, तो यह गरीबों के साथ हकमारी है. सच तो यह है कि धान बेचने वालों में अधिकतर वैसे लोग हैं, जिनके पास एक बिगहा जमीन भी नहीं है. यह गंभीर जांच का विषय है. वर्तमान अध्यक्ष सौरव कुमार के आरोपों की जांच मंत्री प्रेम कुमार ने डीसीओ को दी है.
अपने ही करीबियों से ही धान की की गयी खरीद
बसडीला पैक्स में पूर्व अध्यक्ष, प्रबंधक, भाई, भतीजा, पड़ोसियों से ही धान की खरीद की गयी है. अमरजीत यादव के नाम पर 49 क्विंटल, तो नागेंद्र राम के नाम पर 68 क्विंटल, कृष्णा कुमार यादव के नाम पर 58 क्विंटल धान खरीदा गया. इनमें कई किसान ऐसे भी हैं, जिनके पास जमीन 10-15 कट्ठा भी मुश्किल से ही है. अगर जमीन है, धान बेचा है, तो फ्री का राशन लेने पर इनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है.
सहकारिता मंत्री ने दिया जांच का आदेश
बसडीला पैक्स का चुनाव दिसंबर 2024 में हुआ. नये अध्यक्ष सौरभ कुमार चुने गये. उसके बाद पैक्स का कार्य पूरी तरह से प्रबंधक यानी पूर्व अध्यक्ष रामाशीष यादव के पुत्र के प्रिंस कुमार के पास बरकरार है. पैक्स में कई अनियमितता को लेकर अध्यक्ष ने मंत्री प्रेम कुमार, रजिस्ट्रार, सचिव से लेकर डीसीओ तक शिकायत की. अब इस मामले में मंत्री के स्तर पर हाइ लेवल जांच का आदेश डीसीओ को दिया गया है. डीसीओ के स्तर से कमेटी का गठन कर पूरे प्रकरण की जांच करनी है.
बसडीला पैक्स में गड़बड़ी की होगी जांच : विभाग
बीसीओ मुख्यालय पुष्पराज कुमार ने बताया कि बसडीला में हुई गड़बड़ी की जांच में आदेश दिया जा चुका है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

