गोपालगंज. शहर में जाम की समस्या को खत्म करने के लिए एक और बाइपास के प्रोजेक्ट को मंजूरी देते हुए सरकार ने आरडब्लूओ को 126.55 करोड़ की राशि का आवंटन कर दिया है. विभाग की ओर से एक बार टेंडर नहीं हो पाने पर दोबारा टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. सब कुछ ठीक रहा, तो अगले 15 माह के भीतर टू लेन सड़क बनकर तैयार हो जायेगी.
सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर सड़क बनाने के लिए राशि का किया आवंटन
इस सड़क को बनाने के लिए विभाग के स्तर पर काफी सतर्कता बरती जा रही. दरअसल इस सड़क को बनाने के लिए संवाद यात्रा में आये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाइपास सड़क बनाने की मंजूरी दी थी. उसके बाद सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर सड़क बनाने के लिए राशि का आवंटन दिया. जिससे मांझा के दानापुर एनएच- 27 से निकलकर नहर होकर मेन नहर पर जोड़ते हुए तुरकाहां एनएच 531 तक बड़ी नहर के दक्षिण वाले हिस्से पर टू लेन सड़क का निर्माण होना है. इस सड़क के बनाये जाने से ना सिर्फ शहर का विकास होगा बल्कि ग्रामीण इलाकों का भी तेजी से विकास होगा.
बाइपास सड़क के बनने से शहर की जाम से मिलेगी मुक्ति
बाइपास सड़क बनाये जाने से शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी. सर्वाधिक कठिनाई यहां गन्ना मिल का सीजन चलने के दौरान होता है. गन्ना लदे वाहनों को प्रशासन द्वारा दिन में शहर में इंट्री पर रोक लगा दिया जाता है. ऐसे में दिन- दिन भर किसानों को 10- 12 घंटा नो इंट्री खुलने का इंतजार रहता था. उसके बाद तुरकाहां नहर का सड़क सिंगल होने के कारण जाम की समस्या बनी रहती थी. अब इस बाइपास के बनने से गन्ना किसानों को गन्ना की अपूर्ति करना आसान हो जायेगा. सीजन में गन्ना के अभाव में कई बार मिल को दिन में बंद करना पड़ता था. जो अब नहीं होगा.
कई आशियानों के उजड़ने का
खतरा
तुरकाहां स्थिति एनएच 531 से निकलकर मांझा के दानापुर एनएच- 27 तक जोड़ने वाले टू लेन सड़क के निर्माण के दौरान लगभग चार दर्जन परिवार के उजड़ने का खतरा है. ये वे लोग हैं, जो गंडक नदी के कटाव के बाद तुरकाहां के नहर के पटरियों पर झोंपड़ी डालकर जीवन- यापन कर रहे. उनको उजाड़े बगैर सड़क को चौड़ा करना संभव नहीं है. ऐसे में इन परिवारों के सामने एक बार फिर उजड़ने की चिंता खाये जा रही. आखिर अब कहां जाकर बसेंगे. सरकार की ओर से इनको बसाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है.
टेंडर खुलने के साथ ही शुरू हो जायेगा काम
आरडब्लूओ का दावा है कि टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही जमीन का अधिग्रहण व सड़क बनाने का काम शुरू हो जायेगा. इस सड़क के निर्माण से दो हाइवे आपस में जुड़ जायेंगे. थावे मंदिर में आने- जाने वालों को शहर में जाने की जरूरत नहीं होगी. डीएम पवन कुमार सिन्हा ने बताया कि बाइपास सड़क पर प्रशासन की भी नजर है.
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