हथुआ. स्थानीय प्रखंड के कांधगोपी में भाजपा नेता सुनील सिंह कुशवाहा के आवास पर चल रहे श्रीमदभागवत कथा के दूसरे दिन प्रसिद्ध कथावाचक डॉ रामाशंकर नाथ दास जी महाराज ने कहा कि भक्ति मार्ग के जितने भी साधन हैं, उन सब में नाम कीर्तन नाम जाप सबसे बड़ा है. आपको ईश्वर के जिस नाम में प्रेम व श्रद्धा हो उस नाम का जप व सुमिरन करें, इससे बड़ी भक्ति कोई नहीं है.
भगवान के नाम का जप करना ही कलियुग की सबसे बड़ी भक्ति
सदैव भगवान के नाम का जप करना ही कलियुग की सबसे बड़ी भक्ति है. आगे कहा कि मानस में भी गोस्वामी जी ने कहा कि कलियुग कवेल नाम आधारा, सुमिरि सुमिरि नर उतरहु पारा अर्थात भगवान के नाम का भजन जरूरी है. चैतन्य महाप्रभु कहते हैं- हरीर हरीर हरीर नाम केवलम जितने संत महापुरुष हुए हैं, सभी ने नाम पर ही जोर दिया है. कलियुग के प्राणी के लिए यह नाम ही सबसे सुलभ है कभी भी कहीं भी किसी अवस्था में भी भगवान का नाम जप करके भगवान का कीर्तन करके भगवान की कृपा प्राप्त कर सकता है. उन्होंने आगे कहा कि इस कलियुग में श्रीकृष्ण का कहा व श्रीराम जी का किया करने की जरूरत है, तभी जाकर जीवन पूर्णरूप से सुखमय व शांतिपूर्ण होगा. मौके पर भाजपा नेता सुनील सिंह कुशवाहा, मुख्य यजमान राधाकृष्ण सिंह, जवाहर सिंह, सुजीत सिंह, पहलवान जी, निर्मल जी के अलावा हजारों लोग मौजूद रहे.
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