गोपालगंज. चर्चित इंजीनियर प्रखर दुबे की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में पुलिस ने फरार अपराधी निरंजन शाही से पूछताछ करने के बाद बुधवार को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में पेश करने के बाद उसे कड़ी सुरक्षा के बीच जेल भेजा जा रहा है. निरंजन ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किये हैं.
बिहार एसटीएफ गिरफ्तारी के लिए लगातार कर रही थी पीछा
एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि कुचायकोट थाने के बलथरी गांव के अशोक शाही का पुत्र निरंजन शाही वारदात के बाद से दमन में जाकर छिपा हुआ था. बिहार एसटीएफ उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार पीछा कर रही थी. दमन एक दीप है, जहां के टापू पर निरंजन शाही कई महीनों से छिपा था. इधर, बिहार पुलिस ने उसके अपराध की श्रेणी को देखते हुए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. एसटीएफ ने दमन से गिरफ्तारी के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गोपालगंज लायी और नगर थाने की पुलिस को सौंप दिया.
बुधवार की शाम कोर्ट में किया गया प्रस्तुत
नगर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रभाकर ने पूछताछ की और उसे बुधवार की शाम में कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया. वहीं, इस हत्याकांड में पुलिस ने मीरगंज थाना क्षेत्र के हरखौली गांव में परमेंद्र यादव और निरजंन शाही के मकानों की कुर्की-जब्ती कर चुकी है. परमेंद्र फरार है एसपी ने कहा कि इस हत्याकांड में शामिल सभी पहलुओं की जांच कर अपराधियों को सजा दिलाने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है.
हत्याकांड में बनाये गये थे पांच अभियुक्त
इंजीनियर प्रखर दूबे की हत्या में पुलिस ने उनके पिता नित्यानंद दूबे के बयान पर चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया था. इनमें मीरगंज थाने के हरखौली गांव के रहनेवाले रामेश्वर यादव के पुत्र परमेंद्र यादव, नगर थाने के कोन्हवा गांव के रहनेवाले दिनेश यादव के पुत्र अंकित यादव, विशंभरपुर थाने के हितपट्टी गांव के रहनेवाले अमरेंद्र सिंह के पुत्र रोहित सिंह और साजिशकर्ता कुचायकोट थाने के बलथरी गांव के अशोक शाही के पुत्र निरंजन शाही शामिल हैं. परमेंद्र यादव इस केस में अब भी फरार है.यह है इंजीनियर हत्याकांड का पूरा मामला
नगर थाने के सरेया मुहल्ले के भितभेरवा रोड में बीते वर्ष 14 नवंबर को नित्यानंद दूबे के पुत्र इंजीनियर प्रखर दूबे की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. बाइक सवार अपराधियों ने शाम के करीब 5:15 बजे घटना को अंजाम दिया था. अपराधियों ने प्रखर को तीन गोली मारी थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी थी. हत्याकांड के विरोध में लोगों ने 21 नवंबर को जिला मुख्यालय में आक्रोश मार्च निकाला था और पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपराधियों की गिरफ्तारी करने की मांग की थी. हाइ प्रोफाइल हत्याकांड होता देख फरार अपराधियों पर पुलिस भी एक्शन में आ गयी. फरार अपराधी निरंजन शाही के बलथरी स्थित घर की कुर्की-जब्ती की और 25 हजार का इनाम रखा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

