गोपालगंज. साल की पहली बारिश ने नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. बुधवार की देर रात तीन बजे आठ एमएम बारिश हुई, तो गुरुवार को दिन में 12:30 बजे दोबारा बारिश में सात एमएम बारिश हुई. शहर की सड़क नरक में तब्दील हो गयी. नाले का पानी सड़कों पर बहने लगा. उसके बाद जो सड़कों से बदबू निकलने लगी. लोगों को आने- जाने में कठिनाई होने लगी. नाक पर रूमाल डाल कर लोगों को आते-जाते देखा गया.
स्कूल जाने में बच्चों को हुई कठिनाई
छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना पड़ा. अभी तो पहली बारिश में यह हाल है. ऐसे में बरसात में तो शहर की सड़कों का डूबना तय है. पिछले चार-पांच साल से ही हर साल बारिश होने के साथ ही सड़कें जलमग्न हो रही. वहीं हर महीने सफाई के नाम पर 20 लाख से अधिक की राशि खर्च हो रही है. इसके लिए जिम्मेदार कौन है. और तो छोड़ दीजिए नगर पर्षद कार्यालय के आसपास के नाले भी चोक हैं. बारिश होते ही नरक की स्थिति से उत्पन्न हो गयी. शहर की प्रमुख सड़कों पर भी नरक की स्थिति बनी रही. सड़क पर कचरा फैलने के कारण फिसलन बनी रही. नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही. नतीजा है कि लोगों में काफी आक्रोश का माहौल है.
सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के आगे जमा पानी
सदर अस्पताल के नालियों की सफाई नहीं होने से बारिश होने के साथ ही इमरजेंसी वार्ड के बाहर पानी जमा रहा. नाला उफना कर इमरजेंसी के आगे जमा रहा. आने-जाने वाले मरीजों को बदबू का सामना करना पड़ा. लोगों का कहना है कि नगर परिषद की ओर से नालों की सफाई के नाम पर कोरम पूरा करने के कारण ऐसे हालात बने हुए हैं.
नालों की गंदगी की सफाई तक नहीं
नालों में जगह-जगह सिल्ट और गंदगी का ढेर लगा हुआ है. सबसे खराब हालत शहर के प्रमुख नाले बंजारी से जंगलिया होकर हरखुआ में जाकर छाड़ी नदी में मिलने वाले नाले की है. नाले के जाम रहने से सैकड़ों परिवार को बारिश के दिनों में टापू में रहना होगा. वहीं बंजारी रोड, पुलिस क्लब के पास, पुलिस लाइन के पास, काली स्थान रोड, स्टेशन रोड, मारवाड़ी मुहल्ला, श्रीराम नगर का नाला हो या सरेया वार्ड नंबर पांच हनुमानगढ़ी में भी मुख्य सड़क पर नाले का पानी तबाही मचायेगा, तो थाने से हनुमानगढ़ी जाने वाली सड़क पर भी नाला आदि सभी प्रमुख नालों में गंदगी तैर रही है.नालियां फुल, सड़कों पर बह रहा पानी
शहर में जादोपुर रोड में जिला परिषद के आगे से केनरा बैंक तक नाले का पानी सड़क पर जमा हो जा गया. कॉलोनियों तथा मुख्य मार्गों पर नालियों की नियमित सफाई नहीं होने के कारण पानी व कीचड़ से पटी नालियों से निकल कर पानी सड़क पर बहता रहा. ऐसे में राहगीरों को गंदे पानी के बीच से निकलना पड़ता है. इससे एक ओर से लोग परेशान होते हैं, वहीं दूसरी ओर से सड़क खराब होने के कारण परिषद को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

