सासामुसा. कुचायकोट प्रखंड के अमवा विजयपुर स्थित बाबा विजयनाथ धाम में आयोजित सात दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ एवं श्री राधा-कृष्ण, श्री राम-जानकी, हनुमान प्राण-प्रतिष्ठा महायज्ञ के अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. साधु-संतों और विद्वानों की उपस्थिति में संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो उठा. मुख्य कथावाचक भागवत हंस विनोद मणि त्रिपाठी जी महाराज ने श्रीकृष्ण-सुदामा प्रसंग सुनाते हुए बताया कि सुदामा ने द्वारिका पहुंचने के बाद भी श्रीकृष्ण से कुछ नहीं मांगा. उन्होंने कहा, “मैं आपकी महिमा जानता हूं, आपने संदीपनी मुनि के आश्रम में 64 दिनों में 64 विद्याएं सीख लीं. मुझे भक्ति दीजिए, मैं माया में नहीं फंसना चाहता. ” काशी से पधारी कथावाचिका भक्ति किरण शास्त्री ने भगवान शिव-पार्वती विवाह की दिव्य कथा सुनायी. उन्होंने बताया कि शिव बरात में देवताओं के साथ भूत, प्रेत, हाकिनी-डाकिनी, निशाचर भी बराती बने थे. कथा व पूजा के अयोध्या, मथुरा, काशी व वृंदावन से आये विद्वानों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन सम्पन्न कराया. पूरा इलाका जयकारे से गूंज उठा. मौके पर सचिव अनिल किशोर तिवारी, रामाशीष यादव, नीरज तिवारी, डॉ मुन्ना सहनी, विद्या पांडेय,सुभाष तिवारी, मनु तिवारी, अनिल कुमार ओझा, रमाकांत तिवारी, छोटन पांडेय, चंदन चौहान, हरेंद्र चौहान, व्यास चौबे, ओमप्रकाश तिवारी, डॉ बृजकिशोर प्रसाद सिंह, प्रभुनाथ पांडेय व ओमप्रकाश गुप्ता समेत कई श्रद्धालु थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

