बरौली. गुरुवार को प्रेमनगर आश्रम गुरु भक्ति के जयकारों से गूंज रहा था और आसपास के दर्जनों गांव के श्रद्धालु शिष्य सहित अन्य प्रदेशों से शिष्यों का पहुंचना जारी था. मौका था प्रेमनगर आश्रम के ब्रह्मलीन गुरु स्वामी नित्यानंद जी महाराज के परिनिर्वाण दिवस पर होने वाले कार्यक्रम का. इस अवसर पर भंडारे में शामिल होने के लिए कई रोज पहले से शिष्यों का यहां अनवरत पहुंचना जारी था. हर वर्ष स्वामीजी के परिनिर्वाण दिवस पर यहां शिष्य जमा होते हैं तथा गुरु को याद कर अपना श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी इस अवसर पर प्रेमनगर आश्रम गुलजार रहा तथा देश के कई राज्यों से पहुंचे शिष्यों ने गुरु को याद किया तथा श्री श्री 108 नित्यानंद जी को याद करते हुए आश्रम के संस्थापक और इस तपस्थली का निर्माण करने वाले श्री श्री 1008 स्वामी आत्मानंद जी परमहंस की आदमकद प्रतिमा पर भी माथा टेक कर आशीष लिया. यहां सुबह से ही हवन-पूजन शुरू हो गया तथा पूरे दिन गुरु की महिमा का गुणगान पूरे भारत से आने वाले शिष्यों की भजन मंडली करती रही. आश्रम में पहुंचे शिष्यों ने न केवल दोनों गुरुओं को याद किया बल्कि पूरे उमंग और उल्लास के साथ कार्यक्रम का संचालन भी किया. मौके पर वर्तमान गुरु निजानंद महाराज ने शिष्यों को गुरुभक्ति का पाठ पढ़ाया तथा शिक्षा दी. प्रेमनगर आश्रम में पहुंचे शिष्यों के स्वागत में अच्छेलाल सोनी, राजकुमार, महातम साह, राधाकिशुन मुखिया, मदन सिंह, योगेन्द्र उपाध्याय, शिवेन्द्र सिंह, सत्येन्द्र सिंह सहित दर्जनों शिष्य लगे रहे.
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