गोपालगंज : डॉक्टर से रंगदारी नहीं मांगी गयी थी, बल्कि ऑटो चालक को फंसाने की साजिश रची गयी थी. पुलिस ने उस ऑटो चालक को हिरासत में ले लिया है, जिस पर चिकित्सक से दस लाख की रंगदारी मांगने का आरोप है. मंगलवार को एसपी निताशा गुड़िया ने रंगदारी के लिए धमकी देने की बात को फॉल्स बताया.
एसपी ने प्रेस वार्ता में बताया कि खुद डॉक्टर ने ऑटो चालक के पास कई बार फोन किये थे. बरौली पीएचसी के चिकित्सक डॉ देवकांत के चालक सुरेंद्र यादव उर्फ बब्बू चौधरी के मोबाइल पर सीवान के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लखराव गांव के रहनेवाले प्रभु राय का कॉल एक माह पहले रौंग नंबर से आया था.
इसके बाद दोनों के बीच गाली-गलौज होने लगी. पांच दिसंबर को चिकित्सक ने भी ऑटो चालक को फोन कर गाली-गलौज की थी. उन्होंने छह दिसंबर को पुलिस के पास रंगदारी मांगने की सूचना दी. बरौली थाने में रंगदारी मांगने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी. पुलिस ने जब कॉल सीडीआर निकाल कर जांच की, तो पता चला कि खुद डॉक्टर ने ऑटो चालक के पास कई बार फोन किये थे. चालक को हिरासत में लेने के बाद पुलिस पूछताछ कर छोड़ दिया.
एसपी ने कहा कि डॉक्टर ने गलत तरीके से आरोप लगा चालक के विरुद्ध रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. डॉक्टर पर होगी कार्रवाई : एसपी एसपी ने कहा कि बरौली पीएचसी में कार्यरत सीवान के रहनेवाले चिकित्सक डॉ देवकांत ने फॉल्स मामले को सरकारी पद का दुरुपयोग कर गलत तरीके से प्राथमिकी दर्ज करायी. पुलिस की जांच में यह मामला गलत पाया गया. चिकित्सक पर विधि सम्मत कार्रवाई होगी.