थावे : ऐतिहासिक धर्मनगरी थावे में नारकीय स्थिति तथा जलजमाव के खिलाफ थावे के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. रविवार को आक्रोशित लोगों ने थावे में प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. थावे गोलंबर पर पहुंच कर एनएच 85 को जाम कर दिया. जाम से बड़ी संख्या में यात्री वाहन फंस गये.
स्थिति विस्फोटक हो गयी. प्रदर्शनकारी अनशन पर बैठ गये तथा प्रशासन के खिलाफ नारे लगाने लगे. इतने में जदयू के सचेतक विधायक रामसेवक सिंह पहुंचे. उन्हें देखते ही प्रदर्शनकारी और उग्र हो गये. उन्हें भी लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. उन्हें घंटों घेर कर रखा गया. विधायक ने डीएम कृष्ण मोहन से बात की.
उधर, जाम की खबर पर पहुंचे बीडीओ अशोक कुमार चौधरी और पुलिस के अधिकारियों ने घंटों मशक्कत कर किसी तरह चार घंटे बाद जाम को हटाने में सफल हुए.
* अनशन से बढ़ी प्रशासन की बेचैनी
भाकपा नेता नुरुल हसन एवं संयोजक थावे विकास मंच के परमेश्वर श्रीवास्तव के नेतृत्व में निकले प्रदर्शनकारी थावे बाजार, बस स्टैंड होते हुए अंचल कार्यालय पहुंचे. पूर्व सूचना के बावजूद सीओ के नहीं रहने के कारण प्रदर्शनकारी उत्तेजित हो गये. संयोजक परमेश्वर श्रीवास्तव अंचल कार्यालय के सामने अनशन पर बैठ गये तथा दुर्गा मंदिर गोलंबर के पास एनएच 85 को जाम कर दिया गया.
बीडीओ अशोक कुमार चौधरी पहुंचे तथा इस संबंध में डीएम कृष्ण मोहन से बात की. बीडीओ ने कहा कि सड़क बनाने वाली कंपनी के एमडी से बात हुई है. उन्होंने दो दिनों के अंदर संपर्क पथ बनाने की बात कही है. बीडीओ के आश्वासन पर एनएच 85 के जाम को हटा दिया गया. इसके बाद अनशन पर बैठे संयोजक श्री श्रीवास्तव का अनशन भी समाप्त कराया गया.
* ओवरब्रिज के कारण बिगड़ी हालत
सड़क की बदहाली थावे स्टेशन के दक्षिण बन रहे ओवरब्रिज के लिए पायलिंग के लिए खोदे गये गड्ढे तथा उसमें भरे पानी के कारण उसमें कीचड़ भर गया है. प्रतिदिन इसमें कई वाहन फंस रहे हैं तथा लोग गिर रहे हैं. जाम के कारण एनएच 85 पर घंटों अफरातफरी मची रही तथा वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. विधायक श्री सिंह व बीडीओ श्री चौधरी ने बदहाल सड़क का निरीक्षण भी किया. बीडीओ ने इरकॉन के अभियंता को बुला कर संपर्क पथ बनाने की बात कही. अभियंता द्वारा दो दिनों के अंदर संपर्क पथ बनाने का आश्वासन दिया गया.
* प्रदर्शनकारियों ने सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने थावे की दुर्दशा को लेकर बीडीओ अशोक चौधरी को एक ज्ञापन सौंपा. नेताओं ने कहा कि पांच जुलाई तक समस्या का समाधान नहीं होता है तो बाध्य होकर एक सप्ताह के बाद ब्रिज निर्माण कार्य को रोकने पर जनता बाध्य होगी. बता दें कि थावे की नारकीय स्थिति के कारण आम लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. निर्माण नहीं हुआ तो इसकी सारी जिम्मेदारी निर्माण कंपनी तथा प्रशासन की होगी. मौके ब्रजकिशोर गुप्ता, डॉ मो यासीन, योगेंद्र प्रसाद गुप्ता, वीरेंद्र प्रसाद यादव, तारकेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव, कन्हैया प्रसाद खरवार, असगर अली, मुखिया शेर आलम, विक्की कुमार, शेषनाथ शर्मा, पप्पू, खालिद हसन आदि लोग उपस्थित थे.