गोपालगंज : मांझा थाने की निमुईयां पंचायत के मांघीमंगुरहा गांव में जमीन पर कब्जा करने से मना करने पर पुलिस के सामने एक पक्ष के लोगों ने भाला से हमला कर बीडीसी सदस्य बीरबल यादव के चाचा ओझा यादव को मार डाला, जबकि पंचायत के सरपंच समेत छह अन्य लोग घायल हो गये. सदर अस्पताल में ओझा यादव की मौत की पुष्टि होते ही ग्रामीण उग्र हो गये और अस्पताल के गेट पर शव को रखकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. शहर में तीन घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही.
वहीं, जाम हटाने पहुंची पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. जानकारी के अनुसार, मांझा थाने के मांघीमंगुरहा गांव में दिनेश यादव की जमीन पर जवाहर यादव के पक्ष के लोग कब्जा कर रहे थे. इसकी सूचना पहले से पुलिस को दी गयी थी.
मौके पर पुलिस पहुंची, तब तक बीडीसी सदस्य बीरबल यादव, सरपंच चंद्रिका यादव समेत कई लोग जमीन कब्जा को रोकने के लिए पहुंचे. वहां पुलिस के सामने जवाहर यादव के पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर भाले से हमला कर दिया. इससे सरपंच चंद्रिका यादव, बीडीसी सदस्य बीरबल यादव, ह्दयानंद यादव, प्रभु यादव, दिनेश यादव व ओझा यादव घायल हो गये.
आसपास के लोगों के सहयोग से पुलिस खून से लथपथ घायलों को लेकर सदर अस्पताल में पहुंची, जहां डॉक्टरों ने ओझा यादव को मृत घोषित कर दिया.
कई थानों से बुलाया गया अतिरिक्त पुलिस बल
हत्या की खबर मिलते हीं मांघीमंगुरहा गांव में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया. घटना की खबर पर पहुंचे वरीय अधिकारियों ने स्थिति का आकलन कर बरौली, सिधवलिया तथा पुलिस लाइन से अतिरिक्त बल मंगाकर तैनात कर दिया. एएसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि हमलावरों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही हैं.
नदी के किनारे पीछा कर आरोपित को पुलिस ने दबोचा
एएसपी नीरज कुमार ने बताया कि घटना के बाद पुलिस काफी मुस्तैदी के साथ कार्रवाई में जुटी है. गंडक नदी के किनारे से भाग रहे हत्याकांड में शामिल दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि, दो अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही हैं. गिरफ्तार आरोपितों में मेघा यादव शामिल है.