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गंडक नदी में उफान से 38 गांव िघरे

त्रासदी. सदर प्रखंड के कई गांवों में फैला बाढ़ का पानी, जगीरी टोले में फंसे हैं 12 सौ परिवार गोपालगंज : गंडक नदी में आयी बाढ़ से पांच प्रखंडों के 38 गांव बुरी तरह से घिर गये हैं. गांव में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है. आने-जाने के रास्तों पर नदी का […]

त्रासदी. सदर प्रखंड के कई गांवों में फैला बाढ़ का पानी, जगीरी टोले में फंसे हैं 12 सौ परिवार

गोपालगंज : गंडक नदी में आयी बाढ़ से पांच प्रखंडों के 38 गांव बुरी तरह से घिर गये हैं. गांव में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है. आने-जाने के रास्तों पर नदी का पानी बह रहा है. 14 वर्षों के बाद गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से 5.24 लाख क्यूसेक जल छोड़ा गया है. नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. मंगलवार को कई और अन्य इलाके भी बाढ़ की चपेट में आ जायेंगे. सदर प्रखंड के मेहदिया में 40 घर नदी में विलीन हो गये हैं. यहां नदी के निशाने पर जगीरीटोला, ख्वाजेपुर गांव आ गये हैं. उधर, कालामटिहनिया में नदी का दबाव बढ़ा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ सलेमपुर छरकी पर पानी के ओवरफ्लो करने की आशंका बन गयी है,
तो प्यारेपुर में बिंद टोली के पास तेजी से कटाव हो रहा है. बाढ़ से लगभग 60 हजार की आबादी घिर चुकी है. नदी के रुख को देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में जाकर स्थिति का जायजा लिया. एडीएम दयानंद मिश्र, आपदा कोषांग के प्रभारी परमानंद साह, राजीव रंजन सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश कुमार दास ने कुचायकोट से लेकर बैंकुंठपुर तक प्रभावित इलाके में जाकर स्थिति की जानकारी ली. अपर समाहर्ता ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के द्वारा प्यारेपुर में कराये गये बचाव कार्य पर नाराजगी जताते हुए तत्काल प्रभाव से बचाव कार्य शुरू करने का आदेश दिया है. साथ ही निचले इलाके में रहनेवाले लोगों को गांव खाली कर राहत शिविर में जाने को कहा गया है. उधर, बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुख्य अभियंता कुमार जयंत, अधीक्षण अभियंता जितेंद्र प्रसाद,
कार्यपालक अभियंता आरके शाही आदि ने तटबंधों का मुआयना करने के बाद सलेमपुर में जेनेरेटर लगा कर रात में भी निगरानी करने का निर्देश दिया है. मुख्य अभियंता ने बताया कि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है. एक – दो जगह थोड़ी-सी समस्या है जिसे दुरुस्त कर लिया गया है. नदी छह लाख डिस्चार्ज को आसानी से पार कर सकती है. सदर प्रखंड में नदी के निचले इलाके में बसे लोगों को मदद की दरकार है. बाढ़ के पानी से जगीरी टोला पूरी तरह से घिर गया है. यहां करीब 1200 परिवार नाव के अभाव में फंसे हुए हैं. जिला मुख्यालय में आने के लिए यहां के लोगों का संपर्क पथ बंद हो चुका है. पिछले तीन दिनों से गंडक नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. जिलाधिकारी के आदेश पर सोमवार को एसडीओ के साथ टीम पहुंची, लेकिन, नवादा गांव के राजस्व बांध से ही जायजा लेकर वापस लौट गयी. जगीरी टोला की बुचिया देवी, राम कली देवी, सुनरपतिया देवी, रिंकी कुंवर आदि ने कहा कि प्रशासन की ओर से अबतक गांव में तिरपाल तक का वितरण नहीं किया गया. जगीरी टोला का स्कूल सोमवार की सुबह नदी में पूरी तरह से समा गया. स्कूल का पूरा हिस्सा नदी के गर्भ में समा गया. विद्यालय के आसपास में दर्जन भर लोगों के मकान भी गंडक नदी में विलीन हो गये.
वहीं, रामपुर हाइस्कूल बाढ़ के पानी से घिर गया है. हाइस्कूल के पास करीब 10 से 12 फुट तक पानी बह रहा है. यहां जाने के लिए संपर्क पथ भी टूट चुका है.
गंडक नदी में 14 वर्ष बाद 5.24 लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज

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