गोपालगंज : मांझा के प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा आइटी सहायक सहित आठ विकास मित्रों के मानदेय भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गयी है. बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु के द्वारा लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम के कार्यों की समीक्षा की गयी, जिसमें पाया गया कि कुल 61 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं. इनमें से सात आवेदनों का निर्धारित समय सीमा के अंदर निष्पादन किया गया है. शेष आवेदन लंबित रखे गये हैं. इसके कारण मांझा प्रखंड आरटीपीएस के निष्पादन के मामले में 14वें स्थान पर है. जिले की रैंकिंग में सबसे निचले स्थान पर जगह मिलने पर बीडीओ ने नाराजगी जतायी है.
इसे उन्होंने कार्य में लापरवाही मानते हुए आइटी सहायक उज्ज्वल कुमार रंजन सहित विकास मित्र अशोक कुमार राम, गणेश राम, महेश राम, रंजीत कुमार, संतोष कुमार, अर्जुन राम एवं उमेश राम से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. उन्होंने पत्र प्राप्ति के साथ ही जवाब दिये जाने का निर्देश दिया है. इतना ही नहीं सभी कर्मियों का जुलाई, 2017 का मानदेय अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है, जबकि इस मामले में बीडीओ ने जिला कल्याण पदाधिकारी कृष्ण कुमार सिन्हा एवं स्थापना उपसमाहर्ता कृष्ण मोहन प्रसाद को प्रतिवेदित करते हुए कर्मियों का मानदेय स्थगित रखने एवं अपने स्तर से कार्रवाई के संबंध में निर्णय लिये जाने की रिपोर्ट की है. बीडीओ के स्पष्टीकरण से विकास मित्र एवं आरटीपीएस से जुड़े कर्मियों में हड़कंप मची हुई है.