डेंगू व चिकनगुनिया को लेकर चिकित्सा पदाधिकारियों मिला प्रशिक्षण
फोटो- गया- 07- प्रशिक्षण शिविर में मौजूद चिकित्सा पदाधिकारी वरीय संवाददाता, गया जी. डेंगू व चिकनगुनिया के जोखिम से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कवायद तेज कर दी गयी है. इसको लेकर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग की ओर से सोमवार को जेपीएन हॉस्पिटल के सभागार में चिकित्सा पदाधिकारियों तथा निजी अस्पतालों के डॉक्टरों के लिए क्लीनिकल मैनेजमेंट विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल अफसर डॉ कुणाल, एपिडेमोलॉजिस्ट डॉ प्रियंका व आरबीएसके जिला समन्वयक उज्ज्वल कुमार भी मौजूद थे. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमइ हक ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी आमजन में साझा करें, ताकि लोग रोग की प्रारंभिक अवस्था में अस्पताल पहुंच जाएं. उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर जमा पानी में पनपता है. इसीलिए, घर व आसपास की ऐसी जगह जहां पर पानी जम जाता है, उसकी नियमित सफाई करें. मच्छरदानी लगा कर रही सोएं. डेंगू का मच्छर सुबह व शाम के समय बहुत अधिक सक्रिय होता है.सितंबर से अक्तूबर में बढ़ जाता है डेंगू का प्रकोप
डॉ हक ने कहा कि चिकित्सा पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में आशा के माध्यम से इन विषयों के प्रति आमजन को जरूर जागरूक करें. बीते वर्ष 492 डेंगू के मामले सामने आये थे. अगस्त से नवंबर तक डेंगू का प्रकोप रहता है. सितंबर तथा अक्तूबर में डेंगू का प्रकोप बहुत अधिक बढ़ जाता है. इन महीनों में ही डेंगू के सबसे अधिक मामले आते हैं. डेंगू की जांच के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू किट मौजूद है. डेंगू की जांच एलाइजा टेस्ट से भी की जाती है, जिसकी सुविधा मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल तथा जेपीएन सदर अस्पताल में मौजूद है. डेंगू के रोगियों के लिए दो बेडों का वार्ड प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में, पांच बेडों का वार्ड सदर अस्पताल तथा सभी अनुमंडलीय अस्पताल व 96 बेडों का वार्ड मगध मेडिकल अस्पताल में बनाया गया है. चिकित्सकों को डेंगू से बचाव को लेकर प्रशिक्षण भी दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

