Gaya News: गया जिले के नक्सल प्रभावित डुमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चपरासी विनोद मांझी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है. मृतक के परिजनों ने स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ पर गला दबाकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. शव का पोस्टमार्टम मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल गया में किया गया है.
परिजन का आरोप
परिजनों का यह आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्र का एक कर्मचारी पोस्टमार्टम न कराने का दबाव बना रहा था. मृतक विनोद मांझी गया शहर के डेल्हा थाना क्षेत्र के डेल्हा मुहल्ले के निवासी थे. वर्तमान में उनकी प्रतिनियुक्ति गया कमिश्नर कार्यालय में थी, लेकिन पिछले कुछ समय से उनका वेतन नहीं मिलने के कारण वे डुमरिया स्वास्थ्य केंद्र में बिल बनवाने के सिलसिले में आ-जा रहे थे.
बेटी की शादी के लिए लोन लेने का प्रयास कर रहे थे विनोद
स्थानीय लोगों के मुताबिक विनोद मांझी अपनी बेटी की शादी के लिए पीएफ खाते से लोन लेने का प्रयास कर रहे थे. इसी सिलसिले में वह कुछ जरूरी कागजात अपडेट कराने डुमरिया स्वास्थ्य केंद्र आए हुए थे. तभी यह दर्दनाक घटना घटी. शनिवार को परिवार को अचानक उनकी मौत की सूचना मिली, जिसके बाद परिजन डुमरिया पहुंचे. रविवार को कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया. मृतक के भाई छोटू मांझी ने पुलिस को आवेदन देकर मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
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इलाके में आक्रोश
डुमरिया पुलिस निरीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि परिजनों के फर्द बयान के आधार पर यूडी (Unnatural Death) केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है. इलाके में घटना को लेकर आक्रोश और भय का माहौल है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर सच्चाई सामने लाई जाएगी.
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