गया जी. पितृपक्ष मेला क्षेत्र में बेहतर सफाई व्यवस्था का दावा निगम की ओर से किया जा रहा है. लेकिन, मेला क्षेत्र से बाहर निगम एरिया की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है और समय पर उठाव नहीं हो पा रहा है. निगम के 53 वार्डों में केवल सात वार्ड ही मेला क्षेत्र में आते हैं. मेला शुरू होने से पहले तक डोर-टू-डोर कचरा उठाव और सड़क किनारे पड़े कचरे का निस्तारण नियमित रूप से होता था. लेकिन अब यह पूरी तरह अनियमित हो गया है. शहमीरतकिया से पुलिस लाइन होते हुए मेडिकल रोड तक कचरे का ढेर लगा हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मेला क्षेत्र के नाम पर उनके इलाकों की सफाई पूरी तरह उपेक्षित कर दी गयी है. कचरा उठाव में संसाधन की कमी सामने आ रही है. निगम का काम इन दिनों मेला क्षेत्र में बढ़ जाने के कारण बाकी वार्ड प्रभावित हो रहे हैं. कचरा वाहनों को मेला क्षेत्र से होकर निस्तारण प्लांट तक जाना पड़ता है, जिससे ट्रैफिक जाम की वजह से और देरी होती है. लोगों का कहना है कि मेला क्षेत्र में सफाई जरूरी है, लेकिन साथ ही बाकी वार्डों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए.
पार्षद ने जतायी नाराजगी
वार्ड संख्या 29 के पार्षद रणधीर कुमार गौतम ने कहा कि मेला कार्य का बहाना बनाकर उनके वार्ड में समय पर कचरा उठाव नहीं हो रहा है. उनके वार्ड में 4300 होल्डिंग हैं, इसके बावजूद न पर्याप्त सफाई कर्मचारी मिले हैं और न ही ठेला. नतीजतन हर घर से प्रतिदिन कचरा संग्रहण संभव नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि बोर्ड की बैठक में सफाई संसाधन बढ़ाने का प्रस्ताव पारित हो चुका है, लेकिन उसके बाद भी अनदेखी जारी है.
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