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बिहार: गया के शेरघाटी में निजी विद्यालय में छात्र की संदिग्ध हालत में मौत, लोगों ने किया हंगामा

मृतक बच्चे की पहचान डोभी थाना क्षेत्र के अंगरा गांव निवासी अजय पासवान के 12 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार के रूप में की गयी है. मृतक के पिता अजय कुमार पासवान ने बताया कि न्यू इंदिरा गांधी आवासीय स्कूल में दो बच्चे 12 वर्षीय अंकित कुमार व अभिषेक कुमार रहकर पढ़ते थे.

बिहार: गया के शेरघाटी में नयी बाजार इलाका में स्थित एक निजी विद्यालय में एक छात्र की संदिग्ध हालत में मौत हो गयी. इसके बाद गुस्साये परिजनों ने घंटों हंगामा किया. शव को पोस्टमार्टम के लिए जाने से घंटों रोके रखा. मृतक बच्चे की पहचान डोभी थाना क्षेत्र के अंगरा गांव निवासी अजय पासवान के 12 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार के रूप में की गयी है. मृतक के पिता अजय कुमार पासवान ने बताया कि न्यू इंदिरा गांधी आवासीय स्कूल में दो बच्चे 12 वर्षीय अंकित कुमार व अभिषेक कुमार रहकर पढ़ते थे. दिसंबर के महीने में दोनों बच्चों का नामांकन करवाया था. उन्होंने बताया कि बच्चों से दो दिन पूर्व ही बात हुई थी. सब ठीक-ठाक था. शुक्रवार की शाम में बच्चे की हल्की तबीयत खराब होने की सूचना स्कूल के द्वारा मिली. इसके बाद सुबह में आकर मिल लेने की बात कही. लेकिन, सुबह होते ही स्कूल से पुनः फोन आया और बताया गया कि बच्चे की तबीयत काफी सीरियस है. जब तक घर से लोग स्कूल पहुंच पाते स्कूल संचालक व शिक्षकों ने बच्चे को अनुमंडलीय अस्पताल शेरघाटी में इलाज के लिए पहुंचा दिया और वहां से फरार हो गये. वहीं अस्पताल के चिकित्सकों ने बच्चे को देखकर मृत घोषित कर दिया. मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि बच्चे के शरीर पर जहां के तहां जख्म पड़े हैं. वहीं पैर से खून निकल रहा है.

परिजनों को पिटे जाने की है आशंका

परिजनों को आशंका है कि बच्चे को बेरहमी के साथ पीटा गया है. इधर, घटना की जानकारी मिलते ही शेरघाटी थानाध्यक्ष राज किशोर सिंह दल बल के साथ अस्पताल में पहुंचे व मामले की छानबीन शुरू की. शव को पोस्टमॉर्टम उन्होंने बताया कि पुलिस बच्चे की मौत के कारणों के बारे में पता लगाने में जुटी है. उन्होंने बताया कि परिजनों के द्वारा विद्यालय के शिक्षकों के खिलाफ आवेदन दिया गया है. प्रथम दृष्टया केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की जा रही है. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उसके बाद ही स्पष्ट हो सकेगा की बच्चे की मौत कैसे व किन कारणों से हुई है. बच्चे की मौत के बाद माता सोनी देवी-पिता सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं बच्चे की बूढ़ी दादी फफक-फफक कर रोती हुई कह रही थी कि हमने बाहर में जाकर पढ़ने से सब को मना किया था. आज हमारा बच्चा घर रहता तो यह हादसा नहीं होता.

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मासूम बच्चे का शव देख सबकी आंखें नम हो गयीं

मृतक अंकित को देखकर अस्पताल में सबकी आंखें नम हो गयी. बच्चे के शरीर पर बने जख्म को देखकर सभी लोग आश्चर्य कर रहे थे. विदित हो कि जनवरी के महीने में नयी बाजार इलाके में स्थित रेयान पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करने वाले गुरुआ के एक छात्र की मूर्ति विसर्जन के दौरान गड्ढे में डूबने से मौत हो गयी थी. इस घटना में स्कूल संचालक पर लापरवाही सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. लेकिन, चार माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अब तक आरोपित विद्यालय का संचालक पुलिस की पकड़ से दूर है.

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