Bihar News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बिहार के गयाजी से अमृतसर मंदिर ग्रेनेड हमले के मुख्य वांछित आरोपी शरणजीत कुमार उर्फ सनी को गिरफ्तार कर लिया है. पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला के कादियां गांव भैनी बांगर निवासी यह आरोपी पिछले कई महीनों से फरार चल रहा था. एनआइए ने तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर शुक्रवार को उसे दबोचा है.
बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई
गया जिले के शेरघाटी प्रखंड के गोपालपुर कस्बे से हुई गिरफ्तारी ने बिहार को सीधे इस आतंकी साजिश से जोड़ दिया है. सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि राज्य में आरोपी को किसका समर्थन मिला था और स्थानीय स्तर पर उसका नेटवर्क कितना फैला हुआ है. बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की है.
15 मार्च 2025 में हुआ था ग्रेनेड हमला
गौरतलब है कि 15 मार्च ,2025 में अमृतसर के ठाकुरद्वारा सनातन मंदिर पर एक ग्रेनेड हमला हुआ था, जिसमें दो बाइक सवार हमलावरों ने मंदिर परिसर में ग्रेनेड फेंका था, जिससे मंदिर की दीवारों को नुकसान पहुंचा और खिड़कियां टूट गयी थीं. इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था. एनआइए ने इस घटना को विदेशी आकाओं द्वारा समर्थित एक बड़ी टेरर एक्टिविटी का हिस्सा बताया था. पुलिस ने इस हमले के मुख्य आरोपियों, गुरसिदक सिंह और विशाल गिल की पहचान की और गुरसिदक सिंह को एक मुठभेड़ में मार गिराया था.
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एनआइए का खुलासा
इसी दौरान जांच में सामने आया है कि शरणजीत ने हमले से पहले हमलावर गुरसिदक सिंह और विशाल गिल को हथगोले उपलब्ध कराए थे. एक मार्च को उसे बटाला में हथगोले की खेप मिली थी जिसमें चार हथगोले थे. उसने इनमें से दो हथगोले 13 मार्च को गुरसिदक और विशाल को सौंपे थे. इन्हीं का इस्तेमाल 15 मार्च की सुबह मंदिर पर हुए हमले में किया गया. एनआइए ने बताया कि यह पूरा हमला विदेशी आकाओं के इशारे पर अंजाम दिया गया था.
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