गया. मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत संचालित सेवा कुटीर व शांति कुटीर में आवासित लाभार्थियों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प उत्पादों के स्टॉल का उद्घाटन डीएम डॉ त्यागराजन व विश्व बैंक की लीड इकोनॉमिस्ट मिस बेनेडिक्ट व टेक्निकल कंसल्टेंट सुमिता चोपड़ा द्वारा संयुक्त रूप से रिबन काटकर किया. इस अवसर पर डीएम ने श्रवण-श्रुति योजनाकी भी जानकारी दी. जिसके माध्यम से विशेष रूप से दिव्यांगजनों के लिए आत्मनिर्भरता के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने सेवा कुटीर एवं शांति कुटीर में रह रहे भिक्षुक लाभार्थियों की प्रतिभा एवं उनके द्वारा निर्मित सामग्री की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल समाज में भिक्षुकों के पुनर्वास और गरिमा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. विश्व बैंक के प्रतिनिधियों ने भिक्षुकों द्वारा बनाये गये हस्तशिल्प उत्पादों की गुणवत्ता एवं स्थानीय स्तर पर चलाए जा रहे पुनर्वास कार्यक्रमों की सराहना की. उन्होंने इन्हें सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण का एक अनुकरणीय मॉडल बताया. इस मौके पर उपमुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा अविनाश कुमार कार्यक्रम प्रबंधक रामप्रीत मांझी ,सेवा कुटीर अधीक्षक कृष्ण कुमार व शांति कुटीर अधीक्षिका सिम्मी कुमारी व आजीविका प्रशिक्षण से जुड़े लाभार्थी उपस्थित थे.
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