मुख्य संवाददाता, गया. इंडियन करेंसी से रूसी करेंसी-रुबल में एक्सचेंज करने के नाम पर साइबर गिरोह से जुड़े अपराधियों ने गया जी शहर के मगध कॉलोनी के रहने वाले अमरेंद्र कुमार व उनके बेटों को झांसे में लिया और उनसे दो लाख 83 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस मामले को लेकर पीड़ित अमरेंद्र कुमार के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पीड़ित अमरेंद्र ने साइबर थाने के दारोगा को बताया कि उनका बेटा रूस के कजान फेडरल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस छात्र है. उसे ट्यूशन फीस के रूप में इंडियन करेंसी के बजाय रूसी करेंसी-रूबल के रूप में जमा करना था. इस कारण एक एजेंट से मिला, तो उसने बताया कि करेंसी एक्सचेंज कराने में एक महीना समय लग जायेगा. इसी दौरान कॉलेज स्टूडेंट्स वाट्सएप ग्रुप से एक मोबाइल फोन नंबर से राहुल चौधरी नामक एक युवक ने संपर्क किया और उसने करेंसी एक्सचेंज एजेंट के रूप में अपना परिचय दिया. उसने उनके बेटे को झांसे में ले लिया और अपने एक खाते में एक लाख रुपये और दूसरे खाते में एक लाख 83 हजार रुपये ट्रांसफर कराया. लेकिन, इसके बदले में उन्हें रूसी करेंसी-रुबल नहीं मिला. इसके बाद उसे दो लाख 83 हजार रुपये वापस करने की बात कही, तो वह आनाकानी करने लगा. इधर, पीड़ित के बयान पर साइबर गिरोह थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
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