गया : मोक्षदायिनी फल्गु नदी में पानी रोकने के लिए सरकारी स्तर पर कवायद शुरू हो गयी है. इसके मद्देनजर रविवार को जल संसाधन विभाग की टीम ने फल्गु नदी का निरीक्षण किया. टीम ने फल्गु नदी के दोनों किनारों को देखा और यह समझने की कोशिश की किस तरह यहां पानी को रोका जा सकता है.
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पटना से पहुंचे अफसर, फल्गु नदी में पानी रोकने पर मंथन
गया : मोक्षदायिनी फल्गु नदी में पानी रोकने के लिए सरकारी स्तर पर कवायद शुरू हो गयी है. इसके मद्देनजर रविवार को जल संसाधन विभाग की टीम ने फल्गु नदी का निरीक्षण किया. टीम ने फल्गु नदी के दोनों किनारों को देखा और यह समझने की कोशिश की किस तरह यहां पानी को रोका जा […]
टीम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि देवघाट व इससे सटे दूसरे घाटों के आसपास पानी का ठहराव हो सकता है या नहीं यह देखा गया. इसके लिए किस तरह काम होगा ताकि यहां देश व विदेश से आने वाले लोगों को किसी भी मौसम में सूखी फल्गु नहीं दिखे.
गौरतलब है कि काफी लंबे समय से फल्गु नदी को अतिक्रमण मुक्त करने व पानी का ठहराव को लेकर लोग सरकार से मांग करते आ रहे हैं. इस टीम में जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता, विभाग के जूलॉजिस्ट, गया सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता श्रीप्रकाश श्रीवास्तव समेत कई लोग शामिल थे.
टेंटवेल कर रही सर्वे
इस संबंध में सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता श्रीप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार ने टेंटवेल कंसल्टेंट को फल्गु नदी में सर्वे का काम सौंपा है. उन्होंने बताया कि टीम से जुड़े पदाधिकारियों ने श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के सचिव गदाधर लाल पाठक व शंभु विठ्ठल के साथ प्रतिज्ञा संस्था के सचिव बृजनंदन पाठक से चैक डैम को लेकर राय-मशविरा भी किया. असल में टीम पहले स्तर पर लोगों से राय ले रही है, ताकि इस दिशा में चरणबद्ध तरीके से काम हो. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस मामले में एक बैठक होगी.
कैबिनेट की बैठक में उठा था मुद्दा
गौरतलब है कि गया में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया पहुंचे थे. 18 दिसंबर को सीएम ने गया शहर के बाइपास रोड पर कोसडिहरा गांव के पास स्थित राज्य वानिकी प्रशिक्षण संस्थान में कैबिनेट की बैठक की थी. बैठक में फल्गु नदी में पानी के ठहराव को लेकर चेक डैम बनाने या रबर डैम बनाने की भी चर्चा हुई थी.
कैबिनेट की बैठक के बाद जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने मीडिया को बताया था कि फल्गु नदी के तट पर बसा हुआ गया शहर पर्यटन के दृष्टिकोण से विश्व के मानचित्र पर है. पितृपक्ष के अवसर पर विष्णुपद मंदिर के निकट पितरों को मोक्ष दिलाने हेतु काफी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. गया शहर के चांदचौरा चौक के निकट भूगर्भ जल स्तर में विगत एक साल में 0.52 मीटर की कमी हुई है.
देवघाट से 500 मीटर आगे और 500 मीटर पीछे फल्गु नदी में तीन फुट पानी रखने की योजना बनायी गयी है. इस योजना को मूर्तरूप देने के लिए विशेषज्ञों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. वे जल्द ही जांच पड़ताल कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे और उसके अनुरुप योजनाओं का क्रियान्वयन किया जायेगा.
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