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गया में बालू के टेंडर में अभी और लगेगा समय

गया : गया में बालू के नये टेंडर को लेकर अभी और समय लग सकता है. ऐसे में अभी बालू का उठाव व खनन यूपी की कंपनी मेसर्स वेस्टलिंक के जिम्मे ही रहेगा. हालांकि कंपनी की मियाद 31 दिसंबर को खत्म हो रही है. लेकिन, जब तक नये टेंडर को लेकर सारी स्थिति स्पष्ट नहीं […]

गया : गया में बालू के नये टेंडर को लेकर अभी और समय लग सकता है. ऐसे में अभी बालू का उठाव व खनन यूपी की कंपनी मेसर्स वेस्टलिंक के जिम्मे ही रहेगा. हालांकि कंपनी की मियाद 31 दिसंबर को खत्म हो रही है.

लेकिन, जब तक नये टेंडर को लेकर सारी स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती, तब तक इसी कंपनी के जिम्मे काम होगा. जिला खनन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस मामले को लेकर विभाग से लगातार बातचीत चल रही है. जैसे ही कुछ निर्देश प्राप्त होगा, आगे की कार्रवाई शुरू हो जायेगी.
क्यों बने ऐसे हालात : असल में 17 नवंबर को जब विभाग के द्वारा बालू की बंदोबस्ती के लिए आदेश निकाला गया, तो इस आदेश के खिलाफ कई लोगों ने राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल में शिकायत की. इन लोगों ने ग्रीन ट्रिब्यूनल में बकायदा केस दायर कर दिया.
इसके बाद बालू की बंदोबस्ती का मामला अटक गया. हालांकि दो दिसंबर को इस मामले में आदेश आना था, लेकिन राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल ने फैसले को सुरक्षित रख लिया. ऐसे में जब तक फैसला नहीं आ जाता विभाग के स्तर पर कार्रवाई नहीं हो सकती.
70 से 80 आवेदन : हालांकि बालू के ठेके को लेकर अभी तक जिला खनन कार्यालय को 70 से 80 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. इसके अलावा कई लोगों ने ऑनलाइन आवेदन भी भरा है. सहायक निदेशक खनन घनश्याम झा कहते हैं कि कंपनी को कहा गया है कि वे बालू का स्टॉक जमा कर लें. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल का फैसला आने के बाद भी पूरी प्रक्रिया में तीन से चार माह का समय लगेगा. इसलिए कुछ भी स्पष्ट कह पाना अभी जल्दीबाजी होगी.
मेसर्स वेस्टलिंक कंपनी की मियाद 31 दिसंबर को हो रही खत्म
राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल में चल रहा केस

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