गया : एक डॉक्टर के सामने उसकी पत्नी और बेटीसे गैंगरेप मामले में पीड़िता की पहचान उजागर करने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इन नेताओं पर मगध मेडिकल थाना में पीड़िता से जबरदस्ती मिलने, फोटो खिंचवाने और पहचान उजागर करने के आरोप दर्ज किये गये हैं. कांड संख्या 130/18 के तहत राजद के प्रधान महासचिव आलोक मेहता, राजद महिला सेल की अध्यक्ष आभा लता, बेलागंज के विधायक सुरेंद्र यादव, जिला अध्यक्ष निजाम आलम, जिला महिला अध्यक्ष सरस्वती देवी को नामजद किया गया है. इसके अलावा 8-10 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
एएनएमसीएच में मेडिकल जांच के लिएगयी नाबालिग पीड़िता को राजद नेताओं ने पुलिस गाड़ी से जबरदस्ती नीचे उतारकर उसके साथ फोटो खिंचवाये और सभी के सामने ही पूरे घटनाक्रम को बयां करने के लिए मजबूर किया. इससे झल्लाकर पीड़िता ने अपने चेहरे से नकाब हटा दिया, जिससे उसकी व्यक्तिगत पहचान, गांवऔर अन्य जानकारी सार्वजनिक हो गयी. हलांकि, मामलेने तूल पकड़ा,तो आरजेडी की जांच टीम की अगुवाई करने वाले पूर्व मंत्री आलोक मेहता नेसफाईदी कि उनकी टीम ने पीड़िता का सम्मान करते हुए उससे और उसके पिता से सारी जानकारी ली है.
गौरतलबहै कि गया में गैंगरेप की घटना पर शुक्रवार को सियासत तेज हो गयी थी. इसी बीच, राजद का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गया पहुंचा. दौरे के बाद दल को एक रिपोर्ट तैयार कर पूर्व उप-मुख्यमंत्री व बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सौंपनीथी.लेकिन, इसी दौरान दल में शामिल नेताओं ने नाबालिग की इज्जत तार-तार कर दी.
बताया जाता है कि पीड़िता को सैकड़ों लोगों की भीड़ में खड़ा करके जबरदस्ती रेप की कहानी सुनाने के लिए कहा गया. लड़की के परिजन नेताओं को रोकने आये, तो उन्हें धक्का देकर हटा दिया गया.
महिला आयोग RJD नेताओं को जारी करेगा नोटिस
गया गैंगरेप कांड में अब राजद के नेताओं की परेशानी बढ़ती जा रही है. रेप पीड़िता की पहचान उजागर करने को लेकर राज्य महिला आयोग काफी सख्त हो गया है. राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष दिलमणी मिश्रा ने कहा कि गया में हुई घटना जिसमें एक पिता के सामने उनकी पत्नी और और बेटी के साथ जो निंदनीय घटना हुयी है. इस घटना को लेकर आयोग बहुत ही सख्त कदम उठाने जा रही है. सर्वप्रथम उन राजनेताओं को जो राजद के थे, जिन्होंने पीड़िता को प्रशासन की गाड़ी से उतार कर पहचान उजागर कर दी. दिलमणी मिश्रा ने कहा कि राजद नेताओं ने पास्को एक्ट का बहुत बड़ा उल्लंघन किया है. राज्य महिला आयोग राजद नेताओं को नोटिस भेजेगी और प्रथम दृष्टया जो इसमें शामिल नजर आयेंगे उन पर कड़ी कर्रवाई की जायेगी. मिश्रा ने कहा कि घटनास्थल की फोटो और वहां हुई घटना की पूरी जानकारी प्रशासन से ली गयी है.

