धीरज कुमार/परामर्शदाता शिक्षाविद् (प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप) BIPARD: आज जब दुनिया कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) के दौर में प्रवेश कर चुकी है, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था, शासन-प्रणाली, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और उद्योग. हर क्षेत्र में AI निर्णायक भूमिका निभा रहा है, ऐसे समय में BIHAR AI MISSION (जिसे लोग अब भावनात्मक रूप से Bihari AI Mission भी कहने लगे हैं) का आरंभ केवल एक तकनीकी पहल नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक और रणनीतिक निर्णय है. यह सही समय है बल्कि यह सबसे सही समय है.
AI मिशन से जुड़ा बिहार
आज विश्व की सभी अग्रणी अर्थव्यवस्थाएं AI को राष्ट्रीय शक्ति, आर्थिक प्रतिस्पर्धा और शासन-संरचना के मूल स्तंभ के रूप में अपना चुकी हैं. भारत में भी Digital India, National AI Strategy और IndiaAI Mission जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से AI को राष्ट्रीय नीति के केंद्र में लाया जा रहा है. ऐसे समय में बिहार का Bihar AI Mission से जुड़ना केवल सहभागिता नहीं, बल्कि नेतृत्व की तैयारी का संकेत है.
AI में है डेटा को निर्णय में बदलने की शक्ति
AI को यदि अब भी केवल एक “सॉफ्टवेयर टूल” माना जाए, तो यह उसके वास्तविक सामर्थ्य को सीमित कर देना होगा. वास्तव में AI डेटा को निर्णय में बदलने की शक्ति है, अनुभव को प्रमाण में बदलने का माध्यम है और शासन को प्रतिक्रियात्मक से पूर्वानुमानात्मक बनाने का उपकरण है. Bihar AI Mission का मूल उद्देश्य यही है. शासन को तेज, पारदर्शी, सटीक और नागरिक-केंद्रित बनाना.
शासन को मिल रहा तकनीक का सहयोग
कभी चॉकबोर्ड बिहार की पहचान था. जहां ज्ञान पैदा होता था. आज वही ज्ञान डेटा बन चुका है और अब वही डेटा इंटेलिजेंस बनकर शासन की शक्ति में बदल रहा है. चैटबॉट, निर्णय-सहायक प्रणाली, रियल-टाइम डैशबोर्ड, प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स ये सब मिलकर बिहार के प्रशासन को अधिक सजग, अधिक त्वरित और अधिक उत्तरदायी बना रहे हैं.
यहां मिलेगी मदद
Bihar AI Mission की वास्तविक सफलता का मूल्यांकन सचिवालय की फाइलों में नहीं, बल्कि खेत, स्कूल और अस्पताल में होगा. कृषि में AI फसल पूर्वानुमान, मौसम विश्लेषण, कीट-रोग पहचान और मृदा परीक्षण द्वारा किसान की आय और सुरक्षा को सशक्त करेगा. स्वास्थ्य में AI प्रारंभिक रोग पहचान, टेलीमेडिसिन और स्मार्ट डायग्नोस्टिक्स से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को नई शक्ति देगा. शिक्षा में AI पर्सनलाइज्ड लर्निंग, शिक्षक-सहायता टूल्स और डिजिटल कंटेंट के माध्यम से विद्यार्थियों को भविष्य के लिए तैयार करेगा.
खुलेंगे अर्थव्यवस्था के द्वार
यह मिशन केवल शासन सुधार नहीं, बल्कि बिहार के लिए एक नई अर्थव्यवस्था का द्वार भी खोलता है. अब बिहार का युवा केवल नौकरी खोजने वाला नहीं रहेगा, बल्कि एग्रीटेक, हेल्थटेक, एडटेक, गवर्नेंस-टेक और AI आधारित स्टार्टअप का निर्माता बनेगा.जहां कभी “Migration for Jobs” बिहार की पहचान थी, वहीं आने वाले समय में “Innovation from Bihar” एक नई पहचान बन सकती है.
ऐतिहासिक विरासत के साथ-साथ Intelligence Hub
बिहार के पास वह दुर्लभ संयोजन है. ज्ञान की ऐतिहासिक विरासत, विशाल युवा शक्ति, प्रशासनिक अनुभव और अब Bihar AI Mission जैसी दूरदर्शी पहल. यदि इसे सही नीति, सही प्रशिक्षण और सही संस्थागत समर्थन मिला, तो आने वाले वर्षों में बिहार एक Intelligence Hub के रूप में उभरेगा और अन्य राज्यों के लिए एक Role Model बनेगा.
अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण की ऐतिहासिक यात्रा
आज जब दुनिया AI के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रही है और भारत अपने हर मंत्रालय और हर राज्य में AI को मुख्यधारा में ला रहा है, तब बिहार का Bihar AI Mission शुरू करना एक समय-सुसंगत, भविष्य-उन्मुख और दूरदर्शी निर्णय है. बिहार अब केवल ज्ञान की भूमि नहीं रह रहा. वह अब इंटेलिजेंस की शक्ति से सशक्त राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है. चॉकबोर्ड से चैटबॉट तक की यह यात्रा केवल तकनीकी बदलाव नहीं है यह बिहार के शासन, समाज और अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण की ऐतिहासिक यात्रा है.

