Darbhanga News: दरभंगा. मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी के रूप मशहूर दरभंगा शहर में बंगला पद्धति से भी जगह-जगह देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है. इस बार भी बंगाली टोल स्थित वीणा पाणि क्लब, राजकुमार गंज अवस्थित पीतांबरी बंगला स्कूल तथा डॉ एसके दास के आवास पर बंगला पद्धति से पूजन हो रहा है. बंगला पूजन विधान के अनुसार षष्ठी तिथि पर ही माता का पट चक्षुदान के साथ खोल दिया गया. पट खुलते ही माता के दर्शन के लिए भक्तों का पहुंचना आरंभ हो गया. देर शाम तक यह सिलसिला बरकरार रहा. बता दें कि इन स्थानों पर न केवल पद्धति बंगला की रहती है, बल्कि प्रतिमा में भी बंगाल की मूर्त्ति कला की झलक मिलती है. बताया जाता है कि माता के प्रतिमा निर्माण से लेकर ढाक बजानेवाले व पूजन करानेवाले तक बंगाल से ही इस अवसर पर आते हैं. बता दें कि बंगाली सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ नवमी को भक्तों को प्रसाद ग्रहण कराया जाता है. खिचड़ी का भोग लगता है. दशमी तिथि पर यहां महिलायें सिंदूर की होली खेलती हैं, जो अपने आप में अनूठा होता है. क्लब के अध्य्क्ष सिद्धार्थ शंकर पालित व सचिव ननी गोपाल राय के नेतृत्व में विजयादशमी को गरीबों के बीच नारायण सेवा की तैयारी है.
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