Darbhanga News: दरभंगा. रविवार को दरभंगा हवाई अड्डे पर परिचालन व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गयी, जब मुंबई से दरभंगा आने वाली इंडिगो की फ्लाइट को आधे घंटे तक आसमान में चक्कर लगाना पड़ा. एप्रन में पूर्व से दो जहाज के खड़े होने के कारण यह स्थिति बनीं. एप्रन में तीसरे विमान के लिए जगह नहीं है. इसके चलते विमान को होल्डिंग पैटर्न में रहना पड़ा. यात्रियों की सांसें हवा में फंसी रही. आखिरकार दोपहर करीब तीन बजे विमान सुरक्षित लैंड कर सका. विमान के सुरक्षित लैंडिंग के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. जानकारी के अनुसार जहाज में करीब 150 यात्री सवार थे. रविवार को चार महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व हैदराबाद के बीच कुल 18 विमानों की आवाजाही हुई.
लगातार ऊंचाई पर चक्कर काटने से असहज रहे यात्री
विमान में सवार कई यात्रियों ने बताया कि लगातार ऊंचाई पर चक्कर काटने से भीतर की स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. कई यात्री काफी भयभीत हो गये. पायलट द्वारा समय- समय पर दी जा रही जानकारी सहारा थी. एयरपोर्ट के ऊपर लगातार चक्कर लगाने के कारण यात्रियों को असहजता और परेशानी का सामना करना पड़ा.
एप्रन की क्षमता बढ़ाने की जरूरत
एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार दरभंगा हवाई अड्डा के एप्रन की क्षमता सीमित होने के कारण एक समय में केवल दो विमानों को ही वहां स्थान मिल पाता है. जैसे ही किसी एक फ्लाइट में देरी होती है, इसका सीधा असर अन्य उड़ानों के लैंडिंग और टेक ऑफ पर पड़ता है. रविवार की घटना भी इसी अव्यवस्था का परिणाम रहा. विदित हो कि हवाई अड्डा पर बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण नियमित उड़ानों में देरी और परिचालन से जुड़ी दिक्कतें आम है. यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट को अपग्रेड करने की मांग लंबे समय से उठ रही है. यात्रियों ने दरभंगा हवाई अड्डा के एप्रन की क्षमता बढ़ाने समेत अन्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की मांग की है.
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