Darbhanga News: दरभंगा. डीएम कौशल कुमार की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लेकर संबंधित अधिकारियों, बैंकों के समन्वयक तथा गैर वित्तीय कंपनी के प्रतिनिधियों की बैठक हुई. डीएम ने निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना बिहार सरकार की महिलाओं को स्वावलंबन एवं रोजगार से जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी पहल है. इसमें प्रथम किश्त की राशि 10 हजार रुपये 26 सितंबर को लाभुक के खाते में भेज दी गयी है. व्यवसाय के उत्थान को देखते हुए शेष राशि उनके खाते में हस्तांतरित करने का प्रावधान है.
महिलाओं द्वारा इन पैसों का इस्तेमाल स्वरोजगार के लिए ही किया जायेगा. कहा कि ऐसी सूचनाएं प्राप्त हो रही है कि कतिपय माइक्रो फाइनेंस कंपनियों द्वारा इस योजना से आच्छादित लाभुकों के खातों से ऋण उगाही का प्रयास किया जा सकता है. डीएम ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी एवं बैंको को निर्देशित किया कि महिला रोजगार योजना के तहत जीविका दीदियों के खातों में सरकार द्वारा दी गयी या दी जा रही 10 हजार की राशि का इस्तेमाल ऋण खातों के समायोजन में नहीं करें और न ही वसूली प्रक्रिया में शामिल करें. यदि ऋण खाता अनियमित है, तो भी इस तरह का समायोजन नहीं करना है. अगर किसी लाभुक के खाते से वसूली कर ली गयी है, तो उन पैसों को खाते में वापस कर दिया जाये. कहा कि यह राशि केवल महिला सदस्यों को व्यक्तिगत रोजगार के लिए दी गयी है.निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करने को कहा
डीएम ने बैठक में उपस्थित बैंकिंग एवं गैर बैंकिंग कंपनी के प्रतिनिधियों से कहा कि इन निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करना सुनिश्चित करें. बैठक में एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, डीडीसी स्वप्निल, वरीय उप समाहर्त्ता (बैंकिंग शाखा), अग्रणी जिला प्रबंधक, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका, सभी बैंकों के समन्वयक तथा माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

