Darbhanga News: दरभंगा. वामपंथी दलों के देशव्यापी आवाहन पर सीपीआइएम की ओर से समाहरणालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया. मनरेगा योजना का नाम बदलने और मनरेगा को धीरे-धीरे समाप्त करने की साजिश का विरोध, बुलडोजर राज के खिलाफ आंदोलन, नकली बीज विक्रेताओं पर कार्रवाई तथा किसानों को मुआवजा देने के पक्ष में आंदोलनकारी नारेबाजी कर रहे थे. इससे पूर्व नेहरू स्टेडियम से आयुक्त कार्यालय, समाहरणालय, लहेरियासराय टावर, लोहिया चौक होते हुए पुनः समाहरणालय सभी पहुंचे. प्रदर्शन के उपरांत जिला सचिव अविनाश ठाकुर मंटू की अध्यक्षता में हुई बैठक में संगठन के राज्य सचिव ललन चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार अपने शासनकाल में लगातार जन-विरोधी रवैया अपनाए हुए है. मनरेगा कानून से महात्मा गांधी का नाम हटाकर संघ परिवार उनकी विरासत और सम्मान को समाप्त करना चाहता है. केंद्र सरकार से बीबी-राम जी से संबंधित विधेयक को अविलंब वापस लेने, मनरेगा को बदलकर लाये गये नये विधेयक को रद्द करने तथा मनरेगा कानून को बरकरार रखते हुए कम से कम 200 दिन का रोजगार और आवश्यक फंड आवंटन की मांग की. श्याम भारती ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियां गरीब, मजदूर, किसान और भूमिहीन परिवारों के खिलाफ है. मनरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजना को कमजोर कर ग्रामीणों का रोजगार छीना जा रहा है. जिला सचिव अविनाश ठाकुर मंटू ने कहा कि जिले के किसानों को सरकारी स्तर से गेहूं का जो बीज उपलब्ध कराया गया था, उसमें अंकुरण नहीं हुआ. नकली बीज विक्रेताओं पर कार्रवाई करने और किसानों को फसल क्षति मुआवजा देने की मांग की. दिलीप भगत, दिनेश झा, राम सागर पासवान, रामचंद्र शाह, गणेश महतो, अरविंद लालदेव, गोपाल चौधरी, सुनील शर्मा, काशीनाथ ठाकुर, अनिल महाराज, संजय लाल देव, सुशीला देवी आदि ने भी विचार रखा.
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