Darbhanga News: हनुमाननगर. पूर्व विधायक हरिनंदन यादव का पार्थिव शरीर रविवार की दोपहर लगभग दो बजे पंचतत्व में विलीन हो गया. बड़े पुत्र रमेश यादव ने मुखाग्नि दी. शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव भी उनके आवास पर पहुंचे. नेता प्रतिपक्ष ने परिजनों को सांत्वना दिया. अपने संक्षिप्त संबोधन में हरिनंदन यादव को पार्टी का मजबूत सिपाही बताया. कहा कि वे हमेशा पिताजी के साथ मजबूती से खड़े रहे. पिताजी अस्वस्थ हैं. इसलिए नहीं आ सके. उन्होंने अपना सांत्वना परिवार को भेजा है. कहा कि लालूजी इनकी मूंछ से बहुत प्रभावित थे. उन्हें मूंछवाला से ही संबोधित करते थे. हरिनंदनजी ने हनुमाननगर प्रखंड बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. लालूजी से इसके लिए संघर्ष भी किये थे. 2005 की त्रिशंकु विधानसभा में मजबूती से लालूजी के साथ खड़े रहे. लोगों से हरिनंदन यादव अमर रहे का नारा लगवाया.
अंतिम संस्कार में शामिल हुए कई दलों के नेता
पैतृक गांव हनुमाननगर में पूर्व विधायक के दाह-संस्कार में सगे-संबंधी के अलावा आसपास के गांव के हजारों लोग शामिल हुए. राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, विधायक ललित यादव, मिश्री लाल यादव, पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी, महबूब आलम, पूर्व विधायक भोला यादव, ऋषि मिश्रा, राजद जिलाध्यक्ष उदय शंकर यादव, मिट्ठू खेडिया, उदय शंकर चौधरी, दानिश अशरफ आदि राजद नेता मौजूद रहे. जदयू के गोपाल मंडल, भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए. जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में सदर एसडीओ विकास कुमार व एसडीपीओ उपस्थित थे.शनिवार को पटना के एक निजी अस्पताल में हो गया था निधन
विदित हो कि हरिनंदन यादव का निधन शनिवार को पटना के एक निजी अस्पताल में हो गया था. उन्हें दो पुत्र है. मध्यमवर्गीय किसान परिवार में जन्में हरिनंदन यादव वर्ष 1995 में जनता दल से हायाघाट से पहली बार विधायक बने थे. अपने पहले कार्यकाल में ही हायाघाट प्रखंड के पश्चिमी हिस्से को अलग कर हनुमाननगर प्रखंड बनवाने में अहम भूमिका निभायी. वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में उमाधर सिंह से हार गये. 2005 में हुए दो चुनाव में जीत हासिल की. वर्ष 2010 में हनुमाननगर प्रखंड क्षेत्र बहादुरपुर विधानसभा में आ गया, तो वे बहादुरपुर से भी चुनाव लड़े. हालांकि इस बार वे मदन सहनी से हार गये. बाढ़ की समस्या को लेकर हुये जन आंदोलन में शामिल हुये. इसके कारण उन्हें एक मामले में नामजद भी किया गया. जेल भी जाना पड़ा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

