Darbhanga News: दरभंगा. लनामिवि से संबद्ध काॅलेजों में शासी निकाय द्वारा करोड़ों रुपये की लूट-खसोट एवं वित्तीय अनियमितता की जांच निगरानी विभाग से कराने की मांग को लेकर बुधवार को विश्वविद्यालय मुख्यालय में संबद्ध महाविद्यालय संघर्ष समिति ने धरना दिया. अध्यक्षता डाॅ राम मोहन झा ने की. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर पांच मई 2022 को कुलाधिपति को स्मार पत्र दिया था. स्मार पत्र के आलोक में उनसे मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने 21 जून 2022 को शपथ पत्र मांगा. 12 जुलाई 2022 को कुलसचिव कार्यालय में शपथ-पत्र जमा किया. एक वर्ष तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो 17 जुलाई 2023 को राजभवन में रिमाइंडर दिया गया, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई.
विश्वविद्यालय ने नहीं कर रहा कोई कार्रवाई
डॉ झा ने कहा कि शासी निकाय से मिलीभगत के कारण विश्वविद्यालय ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की. इस बीच 216 डिग्री काॅलेजों में आंतरिक आय की राशि डकारे जाने पर राज्य सरकार सख्त हुई. लेकिन, शासी निकाय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. डाॅ झा ने कहा कि एक माह के अंदर विश्वविद्यालय, राजभवन तथा शिक्षा विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं की गयी तो उच्च न्यायालय में वाद दाखिल किया जाएगा.दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही लूट-खसोट की प्रवृति- डॉ भरत
डाॅ भरत राय ने कहा कि राज्य सरकार, राजभवन द्वारा कई बार शासी निकाय की वित्तीय अनियमितता के बारे में आदेश निर्गत किया गया, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. दिनानुदिन शासी निकाय द्वारा लूट-खसोट बढ़ती ही जा रही है. शासी निकाय द्वारा सरकार के नियम- परिनियम की अनदेखी कर काम किया जा रहा है. धरना में पुरुषोत्तम झा, आनंद कुमार, डाॅ कुशेश्वर सहनी, प्रमोद दास, सुमन्त कुमार पूर्वे, ललित कुमार झा, शिवजी राम, महेश कुमार साह, श्याम कुमार, शशिनाथ चौधरी, राजकुमार यादव आदि ने भी विचार रखा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

