Darbhanga News: दरभंगा. राजनीतिक बयान की तरह बदली दरभंगा-मुजफ्फरपुर नई रेल लाइन परियोजना के प्रति सरकार की संजीदगी सामने आयी है. विभिन्न रेल खंडों पर दोहरीकरण एवं नई रेल लाइन निर्माण को लेकर फाइनल लोकेशन सर्वे की सूची में इस परियोजना को भी केंद्र की सरकार ने सम्मिलित किया है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के आम बजट में रेलवे की इस परियोजना के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे मद में 1.67 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. वैसे तो मुजफ्फरपुर के लिए दरभंगा रेल से दो मार्गों से जुड़ा हुआ है, लेकिन नई प्रस्तावित यह परियोजना सबसे निकटतम मार्ग होगी. इस रेल लाइन को उन क्षेत्रों से गुजारे जाने का प्रस्ताव है, जो आजतक पूरी तरह से रेल नेटवर्क से कटे हैं. बता दें कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने इस परियोजना की आधारशिला सिंहवाड़ा प्रखंड के सिमरी हाइ स्कूल परिसर में रखी थी. उसी दिन यह बात सामने आ गयी कि इस रेल लाइन को सिंहवाड़ा से गुजरना ही नहीं है. इस पर जब हो-हंगामा शुरू हुआ, तो मंच से रेल मंत्री ने एक नई लाइन सिंहवाड़ा से गुजरने की घोषणा कर दी. हालांकि बाद में यह कभी भी रेलवे की योजना में शामिल नहीं हो सका. कुछ ही दिन बाद आनन-फानन में रेल अधिकारियों ने प्रस्तावित रेल मार्ग पर डीहलाही स्टेशन का शिलान्यास करा दिया. उसी दिन शिलापट्ट भी रेलवे के अधिकारी साथ लेकर चले भी गये. 66.9 किलोमीटर लंबी यह परियोजना 2012-13 में 281 करोड़ की थी. कई साल तक बजट में टोकन मनी के रूप में एक लाख रुपये देकर इस परियोजना को जीवित भर रखा गया. 2023-24 में 20 करोड़ रुपये दिये गये थे. अभी तक धरातल पर इस परियोजना से जुड़े काम दिख नहीं रहे. कई करोड़ रुपये खर्च भी हो चुके हैं. अब चालू वित्तीय वर्ष में फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए राशि का प्रावधान कर रेलवे ने उम्मीद का जागरण किया है. बता दें कि इस रेल लाइन के लहेरियासराय से दरभंगा के बहादुरपुर, हनुमाननगर प्रखंड होते हुए समस्तीपुर के कल्याणपुर आदि को कवर कर समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेल लाइन में नारायणपुर अनंत में जोड़ने का प्रस्ताव है.
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