दरभंगा : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि शराबबंदी के समर्थन में मजबूत संकल्प प्रदर्शित करने के लिए 21 जनवरी को प्रदेश में विशाल मानव श्रृंखला बनायी जाएगी. अपनी निश्चय यात्रा के क्रम में दरभंगा में आज एक ‘चेतना सभा’ को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि शराबबंदी के समर्थन में मजबूत संकल्प प्रदर्शित करने के लिए आगामी 21 जनवरी को प्रदेश में विशाल मानव श्रृंखला बनायी जाएगी.
इस मानव श्रृंखला के बारे में नीतीश ने मंच पर अपने एक तरफ खड़े वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी और दूसरी तरफ मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह का हाथ थामकर प्रदर्शित किया कि इसमें लोग एक-दूसरे का हाथ करीब 45 मिनट तक पकड़े रहेंगे. उन्होंने कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि इस विशाल मानव श्रृंखला की तस्वीर ड्रॅान, सेटेलाईट और हेलिकाप्टर से कैमरे के जरिए लिया जाना संभव हो पाएगा.
नीतीश ने कहा कि इस मानव श्रृंखला के साथ 21 जनवरी से 22 मार्च तक शराबबंदी के पक्ष में दूसरा सघन अभियान चलाया जाएगा. गत वर्ष 20 नवम्बर को प्रदेश में अपनी सरकार बनने के बाद 26 नवंबर, 2015 को मद्य निषेध दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में नीतीश ने महिलाओं से किए अपने वादे को पूरा करते हुए एक अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू किए जाने की घोषणा की थी.
बिहार में एक अप्रैल से शराबबंदी को लागू करने के लिये सरकार की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी थी. जबरदस्त अभियान चला. घर-घर तक शराबबंदी का संदेश पहुंचाया गया. स्कूली बच्चों ने अपने अभिभावकों से शराबबंदी का शपथ पत्र भरवाकर जमा किया. एक करोड़ 19 लाख शपथ पत्र भरे गये. बिहार में शराबबंदी से संबंधित 9 लाख जगहों पर नारे लिखे गये. 25 हजार स्थानों पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया.
गत एक अप्रैल से बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण शराबबंदी लागू की गयी और नगर निकायों में सीमित विदेशी शराब की दुकान का प्रावधान रखा गया था जिसे चरणबद्ध तरीके से बंद कर दिया जाता पर राज्य में इसको लेकर बेहतर माहौल को देखते तथा शहरों में भी शराब की दुकानें खुलने का विरोध होने पर नीतीश ने गत 5 अप्रैल से पूरे बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू की घोषणा कर दी.