Darbhanga News: दरभंगा. शिक्षकों का स्थानांतरण का दौर लगातार जारी है. दूरी के आधार पर जिले के 674 शिक्षिका की स्थानांतरण सूची जारी कर दी गयी है. सूची में वर्षों से पदस्थापित नियमित तथा सक्षमता परीक्षा पास कर विशिष्ट शिक्षक बनी शिक्षिका शामिल हैं. सूची में बीपीएससी से चयनित शिक्षिका शामिल नहीं हैं. प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला ने दूरी के आधार पर पुराने नियमित महिला शिक्षकों एवं सक्षमता उत्तीर्ण विशिष्ट शिक्षकों के अंतर जिला स्थानांतरण का आदेश जारी की है. इसमें पूरे प्रदेश में 7351 महिला शिक्षिका शामिल है. सूची में जिले की 674 म शिक्षिका का नाम है. निदेशक ने कहा है कि स्थानांतरण उनके द्वारा पोर्टल पर दिए गए घोषणा पत्र के आलोक में किया गया है. स्थानांतरित सभी शिक्षकों को इसी पोर्टल पर दो शपथ पत्र अपलोड करना अनिवार्य होगा. इसी शर्त पर उन्हें आवंटित जिले में पदस्थापित किया जाएगा. पदस्थापन 25 से 30 अप्रैल के बीच होगा.
1500 से ज्यादा शिक्षकों को स्कूल पोस्टिंग का इंतजार
प्रदेश में 1.90 लाख शिक्षकों ने स्थानांतरण की इच्छा जताई है. इसमें 51284 शिक्षकों ने अंतर जिला स्थानांतरण के लिए आवेदन दिया है. इन शिक्षकों ने ई शिक्षाकोष पोर्टल पर आवेदन किया है. इस आधार पर अंतर जिला स्थानांतरण की कार्रवाई निदेशालय स्तर पर की जा रही है. प्रथम चरण में 10 जनवरी को स्थानांतरित सभी शिक्षक नव पदस्थापित जिले के स्कूलों में योगदान कर चुके हैं. इसी चरण के तहत 25 फरवरी को बीपीएससी से नियुक्त असाध्य रोग से ग्रसित 260 शिक्षकों को अंतर जिला स्थानांतरण दिया गया है. अगले चरण में 24 मार्च को असाध्य रोग, गंभीर रुग्णता, दिव्यांगता, विधवा, परित्यक्ता एवं पति के पदस्थापन के आधार पर प्रदेश के 10225 महिला शिक्षिकाओं का अंतर जिला स्थानांतरण किया गया है. इसमें जिले के 750 से अधिक शिक्षिका शामिल है, जिनका विद्यालय पदस्थापन 10 से 20 अप्रैल के बीच किया जाना है. 28 मार्च को विशेष परिस्थिति में 2151 पुरुष शिक्षकों को पत्नी के पदस्थापन के आधार पर ऐच्छिक जिला आवंटित किया गया है. इन्हें भी स्कूल पोस्टिंग का इंतजार है. जबकि 16 अप्रैल 2025 को जारी स्थानांतरण सूची में 7351 शिक्षिका शामिल हैं. शपथ पत्र लेकर विभाग 25 से 30 अप्रैल के बीच इनका स्कूल पोस्टिंग करेगा. इन सभी चरणों के अंतर जिला स्थानांतरण में जिले के 1500 से ज्यादा शिक्षक एवं शिक्षिका शामिल हैं. इन्हें वर्षों से मनपसंद जिले में स्थानांतरण का इंतजार था.अंतर जिला स्थानांतरण के इंतजार में शिक्षक
अंतर जिला स्थानांतरण की वर्षों से चाहत रखने वाले शिक्षक- शिक्षिकाओं को मॉर्निंग स्कूल टाइम पर पकड़ने के लिये काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें मंदिरों अथवा स्टेशन के प्लेटफार्म पर रात गुजारने की मजबूरी है. मधुबनी के कई प्रखंडों में जाने वाले शिक्षकों को समूह में चार पहिया वाहन से स्कूल जाना पड़ रहा है. एक-एक शिक्षक को 500-500 रुपए प्रतिदिन खर्च आ रहा है. वे बताते हैं कि सुबह में स्कूल पहुंचने के लिये और कोई चारा नहीं है. दरभंगा या समस्तीपुर के लिए वैसा कोई ट्रेन नहीं है, जिससे वे सुबह 6.30 बजे तक स्कूल पहुंच सकें. इससे ज्यादातर महिला शिक्षिका प्रभावित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

