पटना . कोरोना की रोकथाम के लिए पंचायतों में माइक के माध्यम प्रचार प्रसार किया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य के सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों और सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है कि अन्य राज्यों से आनेवाले लोगों की जांच कई स्तरों पर करायी जाये.
जिलों को निर्देश दिया गया है कि जिन पंचायतों में भारी संख्या में दूसरे राज्यों से यात्री आये हैं, उन पंचायतों में माइक से कोविड 19 की जांच की अपील की जाये. साथ ही उनकी आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल लेने की व्यवस्था की जाये. इसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों और पंचायत प्रतिनिधियों की मदद ली जाये.
जिलों को भेजे गये निर्देश में कहा गया है कि कोविड 19 पॉजिटिव केस पाये जाने पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन गठित किया जाये. जिलों में स्थापित किये गये कोविड केयर सेंटर एवं डेडिकेटेड कोविड सेंटर की तैयारी और उपलब्ध सुविधाओं का सत्यापन कर लिया जाये, जिससे आवश्यकता पड़ने पर बाहर से आनेवाले पॉजिटिव केस का इलाज सुनिश्चित हो सके. सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि होली के त्योहार में सार्वजनिक स्थल पर किसी भी प्रकार का होली मिलन समारोह का आयोजन नहीं हो.
देश में एक बार फिर जैसे-जैसे कोरोना अपने पैर पसार रहा है, वैसे-वैसे हाथ साफ करने के लिए सैनिटाइजर और हैंडवॉश की मांग भी बढ़ रही है. सैनिटाइजर और हैंडवॉश की बढ़ती मांग को देखते हुए दुकानदारों ने एक बार फिर रैक के बदले काउंटर पर हैंड सैनिटाइजर और हैंडवॉश रखने लगे हैं.
राजधानी के मेडिकल स्टोर्स और जेनरल स्टोर्स में मास्क और हैंड सैनिटाइजर खरीदने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. दुकानदारों ने बताया कि पिछले माह तक हैंड सैनिटाइजर, हैंडवॉश और मास्क की मांग सामान्य थी, लेकिन जब से महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और दिल्ली में कोरोना के मामले सामने आने शुरू हुए, इनकी मांग में इजाफा हुआ है.
पिछले माह तक पूरे माह में दो-चार हैंड सैनिटाइजर की बिक्री होती थी, लेकिन पिछले एक सप्ताह से हर दिन आठ-दस लोग हैंड सैनिटाइजर ले जा रहे हैं. वहीं, हैंडवॉश की भी मांग बढ़ी है. लिक्विड सोप और घरेलू सफाई उत्पादों की बिक्री में भी इजाफा हुआ है.
Posted by Ashish Jha