बेतिया : इत्ती सी हंसी, इत्ती सी खुशी इतना सा टुकड़ा चांद का…. गीत पर जैसे ही नन्हे-मुन्ने मूकबधिर बच्चों ने मंच पर आ नृत्य प्रस्तुत किया, पूरा समारोह स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. मासूमों की एक से बढ़कर एक पेशकश अतिथियों के दिल में उतरती गयी और बच्चों ने जमकर वाहवाही लूटी.
मौका था होली क्रॉस श्रवण विकलांग विद्यालय मे आयोजित रजत जयंती समारोह का. इस मौके पर विद्यालय में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें मूकबधिर बच्चों ने कला, नृत्य, नाटक के माध्यम से अपने अंदर छिपे गुणों को उपस्थित दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया.
जिसकी सभी लोगों ने वाह-वाही की. प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सिस्टर एलिजावेथ ने बताया कि वर्ष 1990 में आठ बच्चों के साथ इस विद्यालय की स्थापना हुई थी. जिसका उद्देश्य गूंगे, बहरे बच्चों में निहित गुणों को विकसित कर समान बच्चों के अनुरूप मुख्य धारा से जोड़ना था.
इस पर अमल करते हुए वर्तमान मे 65 बच्चों के साथ यह विद्यालय अपनी रजत जयंती मना रहा है. कार्यक्रम का उद्घाटन रीड के निदेशक फादर जोसेफ सेबास्टियन, सुपीरियर सिस्टर वल्सा, सिस्टर मौली ने दीप प्रज्वलित कर संयुक्त रूप से किया. मौके पर सिस्टर कैथरिन, ग्लाडिस, अनिता, मैगी, लिसिल आदि मौजूद रहे.