बेतिया : घड़ी में मंगलवार की सुबह के लगभग 11:00 बजने को हैं. थरूहट का इलाका चंपापुर आज बदला बदला सा दिख रहा है, चारों ओर प्रशासनिक चहल कदमी है. लोगों का हुजूम इस गांव की ओर बढ़ रहा है. दरअसल इस गांव में विकास पुरुष सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन होना है.चंपारण के इसी चंपापुर से वे पर्यावरण संरक्षण के अपने महत्वाकांक्षी मिशन जल जीवन हरियाली की शुरुआत करने वाले हैं.
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चंपापुरवासियों के दिल में फिर एक नयी आस जगा गये नीतीश, दीं सौगातें
बेतिया : घड़ी में मंगलवार की सुबह के लगभग 11:00 बजने को हैं. थरूहट का इलाका चंपापुर आज बदला बदला सा दिख रहा है, चारों ओर प्रशासनिक चहल कदमी है. लोगों का हुजूम इस गांव की ओर बढ़ रहा है. दरअसल इस गांव में विकास पुरुष सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन होना है.चंपारण […]
यही एक पोखर के किनारे मुख्यमंत्री को पौधरोपण करना है, इसी पोखरे के किनारे किनारे ई रिक्शा से सैर करके बिहार वासियों को प्रदूषण मुक्त परिवहन का संदेश भी देना है, साथ ही साथ पोखरे में मत्स्य पालन की शुरुआत भी करनी है.
सीएम के आगमन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. थोड़ी देर में पूरा प्रशासनिक अमला जुट जाता है, जिले और सूबे के तमाम बड़े अधिकारी भागदौड़ करते नजर आते हैं. जिला पदाधिकारी निलेश देओर रामचंद्रन कभी सभा स्थल की ओर जाते हैं तो कभी उस पोखरे की ओर दौड़ लगाते नजर आते हैं. कहीं व्यवस्था में कुछ कमी ना रह जाए, इसकी पूरी पड़ताल खुद करते हैं.
अधिकारियों को निर्देश देते हैं. तभी दूर से हेलीकॉप्टर की आवाज सुनाई देती है. लोग मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर काफी उत्साहित हैं, तभी लोगों को मुख्यमंत्री का उड़न खटोला नजर आता है जो सभा स्थल से कुछ दूरी पर उतरता है. वहां से सीएम का स्वागत कर के तमाम अधिकारियों उन्हें उस तालाब तक ले आते हैं, जहां मुख्यमंत्री ई रिक्शा पर बैठ कर तालाब के किनारे किनारे प्राकृतिक दृश्य का आनंद ले रहे हैं. इसके बाद वे तालाब के किनारे वृक्षारोपण करते हैं,इस दौरान अधिकारियों को तरह-तरह के निर्देश देते हैं कि कैसे इस जगह को और विकसित किया जाए, इसके बाद मुख्यमंत्री मछली पालन योजना का शुभारंभ करते हैं.
फिर उनका आगमन सभा स्थल की ओर होता है जहां जल जीवन हरियाली की शुरुआत करते हैं. मंच से रिमोट के माध्यम से मुख्यमंत्री के हाथ हो करोड़ों की सौगात चंपारण वासियों को मिलती है.सभा में तमाम नेताओं के संबोधन और अधिकारियों की बात रखने के पश्चात मुख्यमंत्री का संबोधन शुरू होता है. अपने संबोधन में वे पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी बातें जनता के बीच में रखते हैं. संबोधन के दौरान बार-बार लोगों से आग्रह करते हैं कि वे अधिक से अधिक वृक्ष लगाएं.
जल को बर्बाद ना करें, बिजली का दुरुपयोग ना करें. एक अभिभावक की भूमिका में नीतीश कुमार बार-बार उपस्थित जनसमूह को समझा रहे हैं शराब बंदी के फायदे गिना रहे हैं बाल विवाह पर रोक लगाने का आग्रह कर रहे हैं दहेज बंदी के विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं लोग हाथ उठाकर बार-बार सुबह के मुखिया का समर्थन करते हैं इससे नीतीश कुमार का उत्साह और दोगुना होता है सभा स्थल पर प्रसन्न होकर नीतीश कुमार लोगों को आगामी 19 जनवरी को पर्यावरण संरक्षण हेतु आयोजित मानव श्रृंखला के लिए आमंत्रित करते हैं.
लोगों से वादा लेते हैं कि मानव श्रृंखला का निर्माण में वे भाग लेंगे। लोग भी पूरे जोश के साथ अपना हाथ उठाकर मुख्यमंत्री को आश्वस्त करते हैं कि उनके द्वारा उठाए गए जनहित के इस कदम में सूबे की जनता उनके साथ खड़े हैं।उपस्थित भीड़ में महिलाओं की आधिकाधिक संख्या इस बात की ताकीद करती है कि शराबबंदी का कदम बिहार के लिए कितना महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री का संबोधन समाप्त होता है और जनता को धन्यवाद करके वापस अपने अगले पड़ाव की ओर प्रस्थान कर जाते हैं.
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