बेतिया : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को चंपापुर में 200 और 65 केवीए सोलर प्लांट केंद्र का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पावर ग्रिड से उत्सर्जित बिजली की कमी पूरी दुनिया को झेलनी पड़ेगी. ऐसे में सोलर एनर्जी एक सशक्त माध्यम है. सुदूर, खासकर जंगल व पहाड़ी इलाके जैसे क्षेत्र, जहां पॉवर ग्रिड की बिजली पहुंचाने में पर्यावरण को भी नुकसान है, वहां सोलर एनर्जी के माध्यम से बिजली पहुंचाने का लक्ष्य सरकार ने निर्धारित किया है. कृषि के क्षेत्र में राज्य के किसान और अधिक प्रगति करें, इसके लिए जरूरी है कि सौर ऊर्जा पर आधारित बिजली मुहैया करायी जाये. इससे खेती में व्यापक बदलाव होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल दिसंबर तक राज्य के सभी इच्छुक किसानों को सोलर एनर्जी की बिजली का कनेक्शन मुहैया कराया जायेगा. पावर ग्रिड से बहाल बिजली पर लोगों की आत्मनिर्भरता कम हो और सोलर एनर्जी से पर्याप्त बिजली मिल सके, इसके लिए सरकार कृत संकल्पित है. मुख्यमंत्री ने रामनगर प्रखंड के दोन इलाके के चंपापुर गांव में सोलर पावर प्लांट से बिजली उत्पादन का निरीक्षण व सात निश्चय योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे थे. उनके साथ ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव भी थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति आवासीय विद्यालयों में भी सोलर एनर्जी से बिजली आपूर्ति बहाल करने का सरकार ने तैयारी की है. जिन विद्यालयों में बिजली की व्यवस्था नहीं है, वहां जनरेटर लगाये जायेंगे, ताकि बच्चे गर्मी के दिनों में पंखे की हवा में शिक्षा हासिल कर सकें.
विभिन्न विभागों के स्टॉलों का लिया जायजा
इससे पहले सोलर प्लांट के उद्घाटन के दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गांवों में जहां रोशनी पहुंचा दी गयी है, वहां पोल पर भी बल्ब लगा कर गांव को जगमग करने की व्यवस्था करें. इसके बाद सीएम स्कूल परिसर में लगे विभिन्न विभागों के स्टॉल पर गये. मौके पर सांसद सतीश चंद्र दूबे, विधायक भागीरथी देवी, धीरेंद्र प्रताप सिंह, ऊर्जा विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत, आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, आईजी सुनील कुमार, डीआईजी ललन मोहन प्रसाद, डीएम डॉ निलेश रामचंद्र देवरे, बेतिया एसपी जयंतकांत, बगहा एसपी अरविंद कुमार गुप्ता, बगहा एसडीओ घनश्याम मीणा समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.