बेतिया : हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति सह जिले के निरीक्षी न्यायधीश एहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने गुरुवार को स्थानीय सिविल कोर्ट में न्यायिक प्रक्रियाओं का बारीकी से जायजा लिया. यहां बारी-बारी वे सभी कोर्ट रूम गये, जहां जज और अधिवक्ताओं के बीच हो रहे संवाद को सुनी. निर्देश, आदेश और तिथि मुकरर्र करने की प्रक्रियाओं से वे रूबरू हुए.
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चार घंटे कोर्ट रूम में बैठ कर जज ने देखीं गतिविधियां
बेतिया : हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति सह जिले के निरीक्षी न्यायधीश एहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने गुरुवार को स्थानीय सिविल कोर्ट में न्यायिक प्रक्रियाओं का बारीकी से जायजा लिया. यहां बारी-बारी वे सभी कोर्ट रूम गये, जहां जज और अधिवक्ताओं के बीच हो रहे संवाद को सुनी. निर्देश, आदेश और तिथि मुकरर्र करने की प्रक्रियाओं से वे रूबरू […]
करीब चार घंटे तक न्यायमूर्ति सिविल कोर्ट के विभिन्न कोर्ट रूमों में बैठ इन्ही प्रक्रियाओं को देखते रहे. इसको लेकर सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था रही. जिला जज अभिमन्यु लाल श्रीवास्तव, डीएम लोकेश कुमार व एसपी विनय कुमार भी कोर्ट परिसर में पूरी तैयारी के साथ निरीक्षण कार्य के दौरान उपस्थित रहे.
निरीक्षी न्यायधीश श्री अमानुल्लाह की गाड़ी दस बजे सिविल कोर्ट में दाखिल हुए. जहां डीजे, डीएम व एसपी ने उनका स्वागत किया. निरीक्षण के दौरान सबसे पहले वें जिला जज के कोर्ट रूम में पहुंचे. जहां अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बने स्थान की तीसरी पंक्ति में वे बैठे गये और यहीं से बैठ कोर्ट की कार्यवाही की गतिविधियां देखनी शुरू की. इस दौरान न्यायमूर्ति की मौजूदगी में जिला जज के कोर्ट में जमानत आवेदन पर सुनवाई में लोक अभियोजक और मुदालह के अधिवक्ता के बीच बहस हो रही थी. करीब बीस मिनट यहां गुजारने बाद न्यायमूर्ति श्री अमानुल्लाह परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायधीश के कोर्ट में पहुंचे और यहां भी अधिवक्ताओं की पंक्ति में बैठ उन्होंने न्यायालय में हो रही गवाही की प्रक्रिया को देखा. इसके बाद न्यायमूर्ति ने बारी-बारी फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वितीय, एडीजे षष्ठम, एसडीजेएम, एडीजे द्वितीय, एडीजे प्रथम, एडीजे तृतीय व एडीजे पंचम के कोर्ट रूम में पहुंच यहां की न्यायिक प्रक्रिया और गतिविधियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने सभी न्यायिक पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया.
हाजत का भी किया निरीक्षण : न्यायधीश श्री अमानुल्लाह कोर्ट परिसर में स्थित हाजत का भी निरीक्षण किया. हाजत के अंदर प्रवेश कर उन्होंने पेशी के लिए आने वाले कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं और उनकी सुरक्षा का जायजा लिया. इसके अलावे कोर्ट परिसर में हो रहे भवन निर्माण को भी उन्होंने देखा और आवश्यक निर्देश दिया. उन्होंने निर्माण कार्य करा रहे संवेदक को भवन निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा.
दो दिन के अंदर मुहैया करायें अभिलेख
निरीक्षी न्यायाधीश ने न्यायिक कार्यों का निरीक्षण करने के बाद विधिज्ञ संघ के सभागार में पहुंचे. जहां उन्होंने अधिवक्ताओं से मिल उनकी समस्याएं सुनी. इसमें प्रभारी अध्यक्ष शैलेंद्र सिन्हा ने पुराने नगर पालिका भवन के सामने झोपड़ी में बैठने वाले अधिवक्ताओं के लिए पक्का भवन निर्माण कराने की मांग की. वहीं कुछ अधिवक्ताओं ने टिकट छपाई की समयावधि तीन बजे से बढ़ाकर पांच बजे तक करने की आग्रह की. इसपर उन्होंने तत्काल रूप से इस आग्रह को स्वीकार करते हुए टिकट छपाई पांच बजे तक कराने का निर्देश जिला जज व डीएम को दिया. लोवर कोर्ट द्वारा रिकार्ड मुहैया कराने में देरी की शिकायत पर निरीक्षी न्यायाधीश खासा सख्त हुए. निर्देश जारी करते हुए कहा कि दो दिन के अंदर निम्न न्यायालय जरूरी अभिलेख संबंधित न्यायालय को पहुंचाना सुनिश्चित करें. यदि ऐसा नहीं होता है तो संबंधित कोर्ट के कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी.
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