मोतिहारी : भयंकर पाला पड़ने से किसानों का आलू व मक्का फसल बर्बाद हो चुका है. किसान कर्ज में दबे हुए है. सरकार को फसल क्षति का मुल्याकंन करा मुआवजा देनी चाहिए. उक्त बाते भाकपा के जिला मंत्री रामबचन तिवारी ने कही. उन्होंने कहा कि किसान बैंकों व प्राइवेट लोन लेकर खेती किये, लेकिन प्राकृतिक विपदा ने उनकी कमर तोड़ दी. ऐसी स्थित में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप कर चंपारण के किसानों को अनुदान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के कृषि मंत्री स्थानीय सांसद भी है.
उनको विशेष रूप से यहां के किसान हित में सोचना चाहिए. उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि तत्काल बैंकों से कृषि ऋण वसूली पर रोक लगाये. किसानो की दुर्दशा पर चर्चा करते हुए कहा कि चीनी मील बंद होने के बाद किसानों के लिए आलू व मक्का की खेती ही नकदी फसल रह गयी है, लेकिन पाला गिरने से दोनों फसल बर्बाद होने के कारण किसानों की हालत काफी बदत्तर हो चुकी है. उन्होंने कहा कि किसानों को फसल क्षति का मुआवजा नहीं मिला तो भापका सड़क से सदन तक आंदोलन करगी.