श्मशान घाट काे जानेवाले रास्ते को बंद किये जाने का विरोध
Advertisement
सड़क पर शव रख किया प्रदर्शन
श्मशान घाट काे जानेवाले रास्ते को बंद किये जाने का विरोध रक्सौल : पलनवा थाना क्षेत्र के लक्षनवता गांव के ग्रामीणों ने श्मशान घाट जाने का रास्ता बंद कर दिये जाने को लेकर सड़क पर शव रख कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन लगभग ढाई घंटे तक चला. मौके पर लौकरिया पंचायत के मुखिया अनिल कुमार सिंह, […]
रक्सौल : पलनवा थाना क्षेत्र के लक्षनवता गांव के ग्रामीणों ने श्मशान घाट जाने का रास्ता बंद कर दिये जाने को लेकर सड़क पर शव रख कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन लगभग ढाई घंटे तक चला. मौके पर लौकरिया पंचायत के मुखिया अनिल कुमार सिंह, सरपंच रमेश कुमार सिंह एवं पैक्स अध्यक्ष दिलीप कुमार ने पहुंच श्मशान घाट जाने वाले के रास्ता को अतिक्रमण मुक्त कराया. इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क से शव उठा कर श्मशान घाट ले गये. जाम हटने के बाद पलनवा पुलिस मौके पर पहुंची और शव के दाह संस्कार तक लक्षनावता गांव में मौजूद रही.
टाट लगा बंद कर दिया था रास्ता: लक्षनावता गांव के स्व. महंथ महतो की पत्नी सरस्वती देवी का निधन बीती रात सात बजे हो गयी. मंगलवार की सुबह सात बजे ग्रामीण शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे तो श्मशान घाट को जोड़ने वाली सड़क को टाट लगाकर ग्रामीण गुड्डू बैठा ने बंद कर दिया था. साथ ही सड़क पर आम के पेड़ लगा दिये गये थे. लकड़ी से लदे ट्रैक्टर जाने का रास्ता नहीं होने के कारण ग्रामीण पलनवा सिरीसिया सड़क पर शव को रख कर प्रदर्शन शुरू कर दिया.
जनप्रतिनिधियों ने खुलवाया रास्ता : सड़क जाम की खबर सुन कर लौकरिया पंचायत के मुखिया अनिल कुमार, सरपंच रमेश कुमार सिंह व पैक्स अध्यक्ष दिलीप कुमार मौके पर पहुंचे और श्मशान घाट जाने का रास्ता खुलवाया. ग्रामीण गुड्डु बैठा द्वारा रास्ते पर लगाये गये आम के पेड़ को हटवाया गया. इसके बाद शव श्मशान घाट पहुंचा.
सीओ ने की थी बंदोबस्त : ग्रामीण गुड्डू बैठा ने बताया कि वर्ष 2002 में उसने उक्त जमीन को बंदोबस्त करायी थी. तब शंकर बैठा सीओ थे. 10 धूर जमीन बंदोबस्त है. मेरा एक कट्ठा निजी जमीन है. मैंने ईंख लगवाया था और आम का पौधा भी लगाया था. लोगों के कहने पर हमने टाट हटा दिया है. मेरा कहना है कि रास्ता को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है. अब श्मशान घाट को भी अतिक्रमण मुक्त कराया जाये.
नहीं विधि व्यवस्था की समस्या :थाना अध्यक्ष एजाज कैसर ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही यहां पहुंचा हूं. यहां आने पर शव श्मशान घाट जा चूका था. आते ही डीएसपी और एसडीओ साहब को घटना की जानकारी दिया हूं. मोबाइल बंद होने के कारण उनसे बात नहीं हो सकी है. फिलहाल यहां विधि व्यवस्था की समस्या नहीं है. वहां पौधे को काटवाया गया है. इसके बाद शव श्मशान घाट तक पहुंचा.
ढाई घंटे तक आक्रोशित रहे लोग, देर से पहुंची पुलिस
मुखिया व सरपंच ने खोलवाया रास्ता, फिर शव लेकर गये लोग
श्मशान घाट के रास्ता का सीओ ने की है बंदोबस्त
एक दशक से था कब्जा
लक्षनवता गांव के वार्ड सदस्य दयानंद ठाकुर, सागर बैठा, पंच शिवशंकर दास, नवल राम, सोनेलाल साह, असरफी साह, रंजीत राम, शंभु राम ने बताया कि गुड्डू बैठा एक दशक से सड़क को कब्जा किये हुए था. पहले श्मशान जाने वाला जमीन खाली थी तो लोग शव लेकर चले जाते थे. अबसब जमीन पर घर बन गया. आज शव को श्मशान ले जाने का कोई रास्ता नहीं था तो सड़क से जाना पड़ता है. हमलोग अपने से पेड़ काटे है. मुखिया जी मनरेगा से सड़क भरवाने की बात कहे हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement